महाराष्ट्र

मुंबई में 10 दिन तक बंद रहेंगें ये 3 बड़े कोविड सेंटर

राज्य में अब ब्लैक फंगस के मरीजों का होगा मुफ्त इलाज

मुंबई/ दि. 20 – महाराष्ट्र में एक तरफ ब्लैक फंगस के मामले (Maharashtra Black Fungus Cases) बढ़ रहे हैं तो वहीं ताउते साइक्लोन की वजह से मुंबई में काफी तबाही हुई है. तीन बड़े करोना सेंटर्स को भी नुकसान (Three Corona Centers Closed Till 10 Days) पहुंचा है. इसी वजह से तीन जम्बो कोविड-19 सेंटर को अगले 10 दिनों तक बंद रखने का फैसला लिया गया है. यहां पर साइक्लोन की वजह से काफी नुकसान हुआ है. इसको ठीक रहने के बाद भी करोना सेंटर्स को फिर से शुरू किया जा सकेगा. मुंबई के बीकेसी, दहिसर और मुलुंड जम्बो कोविड सेंटर में नुकसान को भरने का काम जारी है. ताउते साइक्लोन की वजह से सेंटर्स में काफी नुकसान (Loss By tauktae cyclone) हुआ है. तूफान की वजह से करीब साढ़े 500 से ज्यादा मरीजों को यहां से दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया गया था. अब इन सेंटर्स को मॉनसून के लिए भी तैयार किया जा रहा है.

  • वैक्सीन की किल्लत पर लगे पीएम के पोस्टर्स

वहीं मुंबई में वैक्सीन की किल्लत की खबरें भी लगातार सामने आ रही हैं. इसी वजह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ मुंबई कांग्रेस ने शहर की अलग-अलग जगहों पर कई पोस्टर लगाए है. मुंबई के घाटकोपर और बोरिवली इलाके में कांग्रेस ने पीएम मोदी के खिलाफ पोस्टर लगाए हैं. इस पोस्टर्स में पीएम मोदी से वैक्सीन की मांग की गई है. पोस्टर्स में सवाल किया गया है कि, “मोदी जी हमारे बच्चों की वैक्सीन को विदेश क्यों भेज दिया?” बतादें कि इसी तरह के पोस्टर कुछ दिन पहले दिल्ली में भी लगाए गए थे. जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने कुछ लोगो पर कार्रवाई भी की थी. अब मुंबई में ही इसी तरह के पोस्टर्स लगाए गए हैं. कोरोना महामारी के बीच महाराष्ट्र में ब्लैक फंगस के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं. इस बीमारी की वजह से अब तक 90 लोगों की जान जा चुकी है. वहीं 500 मरीज अब तक ब्लैक फंगस से ठीक हो चुके हैं. इस बात का दावा राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने किया है. उन्होंने कहा कि महात्मा ज्योतिबा फुले जन आरोग्य योजना के तहत राज्य में ब्लैक फंगस से जूझ रहे लोगों का मुफ्त इलाज किया जाएगा.

  • ब्लैक फंगस के मरीजों को मुफ्त मिलेगा इलाज

स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे के मुताबिक बीमारी में इस्तेमाल होने वाली दवाओं का खर्च भी सरकार करेगी. इस योजना के तहत 1.5 लाख रुपये तक का इलाज मरीजों को दिया जाता है. उन्होंने कहा कि ब्लैक फंगस का इलाज महंगा होने की वजह से इस योजना में थोड़ा बदलाव किया गया है. इलाज की राशि को बढ़ाकर 2 लाख रुपये कर दिया गया है. इस योजना के तहत उन लोगों को इलाज की सुविधा मिलेगी जिनके पास पीला,ऑरेंज या सफेद राशन कार्ड मौजूद है. कोरोना महामारी के बीच देशभर में ब्लैक फंगस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. महाराष्ट्र भी इस मामले में पीछे नहीं है. यहां पर भी हर दिन बड़ी संख्या में मरीज सामने आ रहे हैं. राजस्थान में ब्लैक फंगस को महामारी की श्रेणी में रखा गया है.

Related Articles

Back to top button