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इन दिनों धोखा देनेवालों का ही चल रहा राज

बच्चु कडू ने इशारों ही इशारों में साधा निशाना

* मंत्री न बनाये जाने को लेकर जताई अपनी नाराजगी
* सीएम शिंदे से उनके आवास पर जाकर की भेंट
मुंबई/दि.10- गत रोज शिंदे सरकार के मंत्रिमंडल का पहला विस्तार किया गया, लेकिन इसमें किसी भी निर्दलिय विधायक को मौका नहीं दिया गया. बल्कि सभी कैबिनेट मंत्री पद शिंदे गुट और भाजपा द्वारा आपस में बांट लिये गये. जिसके चलते प्रहार जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष व निर्दलिय विधायक बच्चु कडू काफी हद तक नाराज है और अपनी नाराजगी को उन्होंने साफ तौर पर मीडिया के सामने भी जाहीर किया. जिसमें बच्चु कडू ने इशारों ही इशारों में निशाना साधते हुए कहा कि, इन दिनों वैसे भी धोखा देनेवालों का ही राज और माहौल चल रहा है. हालांकि बच्चु कडू ने यह स्पष्ट नहीं किया कि, वे किसके लिए धोखेबाज शब्द का प्रयोग कर रहे है.
आज सुबह बच्चु कडू ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से उनके आवास ‘नंदनवन’ जाकर मुलाकात भी की. जहां पर उन्होंने निर्दलिय विधायकों को मंत्रिमंडल में स्थान नहीं दिये जाने के संदर्भ में सीएम शिंदे के साथ चर्चा की. इस समय सीएम शिंदे ने बच्चु कडू से कहा कि, जब सितंबर माह में मंत्रिमंडल का दूसरा विस्तार होगा, तब प्रहार को मंत्री पद दिया जायेगा, ऐसी जानकारी है.
जिसके बाद मीडिया के साथ बातचीत में बच्चु कडू ने कहा कि, वैसे तो एकनाथ शिंदे ने उन्हें सरकार बनने से पहले भी मंत्री पद देने का शब्द दिया था. लेकिन इस शब्द का पालन नहीं हुआ. वहीं अब हमें बताया गया है कि, मंत्रिमंडल का अगला विस्तार सितंबर माह में होगा. चूंकि पहला विस्तार होने में ही 40 दिन लग गये, ऐसे में अगर दूसरा विस्तार अगले 40 दिन में होता है, तब तो ठीक है, अन्यथा मंत्रिमंडल का दूसरा विस्तार अगले ढाई वर्ष के दौरान कभी न कभी तो हो ही जायेगा. जिसका हम सभी फिलहाल केवल इंतजार ही कर सकते है.
इस समय बच्चु कडू ने यह भी कहा कि, सरकार में शामिल रहनेवाले हर व्यक्ति को यह लगता है कि, उसे मंत्री पद मिलना चाहिए, लेकिन ऐसा होता नहीं है. परंतू चूंकि मैं इससे पहले राज्यमंत्री रह चूका हूं और नई सरकार के गठन में हमारी भी भूमिका रही. ऐसे में हम निर्दलीय विधायकों का मंत्रिमंडल में हक बनता है और हमें हमारा यह अधिकार मिलना भी चाहिए. लेकिन यह उम्मीद रखते समय हमें एक-दूसरे की दिक्कतों को भी समझना होगा, ताकि सरकार में एकजूटता बनी रहे.
उल्लेखनीय है कि, मंत्रिमंडल विस्तार से पहले विधायक बच्चु कडू ने कहा था कि, मंत्री पद मिलना निर्दलिय विधायकों का अधिकार है और हम इसे लेकर भी रहेंगे. साथ ही उन्होंने खुद के लिए सामाजिक न्याय व अपंग कल्याण मंत्रालय सहित अमरावती जिले का पालकमंत्री पद मिलने की उम्मीद भी जताई थी, लेकिन गत रोज जिन 18 विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई, उनमें पूर्व राज्यमंत्री बच्चु कडू का नाम ही शामिल नहीं था. जिसे लेकर विधायक बच्चु कडू ने अपनी नाराजगी भी जताई थी और वे शपथग्रहण समारोह में हिस्सा लेने के लिए राजभवन भी नहीं गये थे. वही आज सुबह राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाकात करने के बाद बच्चु कडू ने कहा कि, यद्यपि वे निर्दलियों के हिस्से में मंत्री पद नहीं आने को लेकर नाराज है, लेकिन यह नाराजगी इतनी बडी नहीं है कि, इसे मुद्दा बनाते हुए वे किसी अन्य गुट की ओर चले जाये. अपनी नाराजगी को क्षणिक बताते हुए विधायक बच्चु कडू ने कहा कि, यदि एक ही बार में मंत्रिमंडल का पूरा विस्तार किया जाता, तो किसी भी तरह की राजी-नाराजी का सवाल ही नहीं उठता.

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