महाराष्ट्र

हंसाता नहीं रूलाता है यह जोकर इसलिए रहें सावधान

लोगों के मोबाइल पर पैठ बना रहे मालवेयर से साइबर पुलिस ने किया सावधान

मुंबई/दि.7 – महाराष्ट्र साइबर पुलिस ने लोगों को जोकर (ब्रेड)नाम के मालवेयर से सावधान किया है. यह मालवेअर अब तक 7 लाख से ज्यादा एंड्राइड फोन में अपनी पैठ बना चुका है. इसे डाउनलोड करनेवाले ज्यादातर लोगों को इस बात का एहसास ही नहीं है. उनके फोन में ऐसा वायरस है जो उनके निजी और बैंक खातों से जुडी जानकारियां चुरा रहा है.
साइब पुलिस के मुताबिक जोर मालवेअर फोटो एडीटर, थीम्स, वॉलपेपर, पहेलियों के एप्लीकेशन के रूप में खुद को छिपाकर रखते ैहे. यह मालवेयर लंबे समय से एंड्राईल पर मौजूद है. दरअसल एप को बनानेवालों ने इसका मूल वर्जन साफ सुथरा बनाया है. लेकिन इसमें खुद अपडेट होने की काबलियत रखी है. इसके चलते डाउनलोड के बाद एप में खुद व खुद मालवेअर अपलोड हो जाता है. इसके बाद यह लोगों की निजी जानकारिया चुराने लगता है.

गैरजरूरी एप कर दें अनइंस्टॉल

पुलिस के अनुसार गैर जरूरी जानकारी इकट्ठा करनेवाले एप से दूर रहे. अगर किसी एप में कुछ संदिग्ध नजर आए तो उसे तुरंत अनइंस्टॉल कर दे. पुलिस के मुताबिक डे नाइट की बोर्ड वॉलपेपर, पीईपी फोटो मेकर, फ्लैश लाइट, साउंड प्रैंक, पिक्टर एडीटर, गर्ली वालपेपर जैसे जैसे दर्जनों एप में जोकर मालवेअर पाए जा चुके है. जाने माने साईबर अपराध विशेषज्ञ प्रशांत माली ने कहा कि अगर किसी तरह का संदिग्ध एप आपने डाउनलोड किया है तो फोन को फैक्टरी डाटा रिसेट करना ज्यादा बेहतर विकल्प है. ठगी के बचने के लिए अनजान एप से सावधानी बेहद जरूरी है क्योंकि मालवेअर की यह खूबी है कि वह पहचान में नहीं आता.

  • यह एप ऑनलाइन खरीददारी के बाद आपके मोबाइल पर आनेवाला संदेश सिर्फ पढता नहीं बल्कि उसे मिटा भी सकता है. इससे खतरा यह है कि खाते से पैसे निकलते रहेंगे और लोगों को इसकी जानकारी तक नहीं होगी. ऐसे में लोगों के बैंक खाते, डेबिट/क्रेडिट कार्ड से जुडी जानकारी हासिल करने के बाद इस एप की मदद से ठग आसानी से ओटीपी हासिल कर सकते है.
    – संजय शिंदे, पुलिस अधीक्षक
    महाराष्ट्र साइबर
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