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केंद्र सरकार पर भी साधा निशाना
मुंबई/दि.२६– दिल्ली में ट्रैक्टर परेड के दौरान जमकर बवाल हुआ. पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हुई. पुलिस पर पथराव किया गया और लाठी-डंडों से हमला हुआ. बवाल के चलते दिल्ली मेट्रो के कई स्टेशन बंद कर दिए गए कुछ जगहों पर इंटरनेट सेवा भी बंद कर दी गई. इस बवाल के बाद राजनीतिक बयानबाजी भी तेज हो गई है. शिवसेना नेता संजय राउत ने इस घटना को राष्ट्रीय शर्म की बात बताया है. साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा है.
संजय राउत ने कहा है, ये जो कुछ हुआ वो आदोंलनकारियों को शोभा नहीं देता. दिल्ली में जो हुआ वो राष्ट्रीय शर्म की बात है. उन्होंने कहा, पहले शाहीन बाग अब ये आंदोलन अगर बार-बार ऐसा होगा तो लोकतंत्र खतरे में पड़ जाएगा. राउत ने कहा, ट्रैक्टर रैली रोकनी चाहिए थी. सरकार को अब इस आंदोलन का हल निकाले जाने की जरूरत है. उन्होंने सवाल किया, दिल्ली में किसानों के आंदोलन में ऐसा क्या हुआ कि प्रदर्शकारी लाल किले की प्राचीर तक पहुंच गए. अराजकता क्यों फैली? क्या सरकार को इसी घटना का इंतजार था. क्या सरकार को मालूम था कि किसानों के सब्र का बांध टूटने वाला है. संजय राउत ने कहा कि सरकार को इतनी बड़ी घटना की जिम्मेदारी लेनी होगी. सरकार पर आपातकाल जैसा माहौल बनाने की कोशिश का आरोप लगाते हुए कहा ये पंजाब को अशांत करने की साजिश है.
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शरद पवार का बयान
वहीं दूसरी तरफ एनसीपी प्रमुख शरद पवार का भी बयान आया है. पवार ने कहा है, पंजाब , हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसान पिछले दो महीने से शांति से आंदोलन कर रहे थे. उन्होंने अब तक संयम दिखाया. सरकार को इनकी समस्या का हल प्रोएक्टिव होकर निकालना चाहिए था लेकिन सरकार ने इस तरह की भूमिका नहीं निभाई.