इस बार कम पडेंगी ठंड, मौसम विभाग का अनुमान
ठंड के माह में शुरू रखना पड रहा पंखे, कुलर
अमरावती/दि.7– चार दिन तक कडाके की ठंड पडने के बाद अचानक ठंड गायब हो जाने से लोगों व्दारा बाहर निकाले गए गर्म कपडे धरे के धरे रह गए. कई लोगों ने बडे ही शौक से गर्म कपडों की भी जोरदार खरीदी की थी. मगर अब यही गर्म कपडे अलमारी में सजाने पड रहे है. यहीं नहीं दिसंबर महीनें में जोरदार ठंड पडती है. बावजूद इसके ठंड का प्रभाव कम रहने से अब मच्छरों और गर्मी से निजात पाने के लिए लोगों को अपने घरो, कार्यालयों व दुकानों के पंखे, कुलर सहित एसी भी शुरू रखने पड रहे हैं.
ला लीना की अनुपस्थिती
जहां एक ओर ठंड के मौसम में पड रही गर्मी का दोश नागरिकों व्दारा फेंगल चक्रवात को दिया जा रहा है. वही मौसम विभाग में कडाके की ठंड नहीं गिरने का अनुमान लगाया गया है. वही पडोसी जिला अकोला और अमरावती जिले के नंदनवन कहे जाने वाले चिखलदरा में हुई बारिश के कारण मौसम का हाल अजीबो-गरीब हो गया है. उल्लेखनीय है कि मौसम विभाग व्दारा जारी किए गए पूर्वानुमान के मुताबिक देश में अधिकांश हिस्सों में सर्दियों के दौरान न्यूनतम और अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक रहने के आसार है. मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि ला लीना की गैरमौजुदगी के कारण इस वर्ष सर्दी सामान्य से गर्म रह सकती है. ला लीना प्रशांत महासागर और उपर के वायुमंडल के बीच परस्पर क्रिया के कारण होता है. ला लीना आम तौर पर ठंडी सर्दियों को लाता है.
दिसंबर माह में हो सकती है वर्षा
मौसम विभाग ने अनुमान लगाया है कि दिसंबर महीने के दौरान पूरे देश में बारिश सामान्य से अधिक होने की संभावना है. यह एलपीए (लाँग पीरियड एवरेज) से 121 प्रतिशत अधिक हो सकती है. प्रायव्दीप के अधिकांश हिस्सों, पश्चिम-मध्य भारत, पूर्व मध्य भारत और पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों में सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना जताई गई है. भारत के दक्षिणी प्रायव्दीप में सामान्य से अधिक यानी एलपीए के 131 प्रतिशत से अधिक बारिश होने की संभावना है. दक्षिणी प्रायव्दीप में तामिलनाडु, पंडुचेरी, कराईकल, तटीय आंध्र प्रदेश, यनम रायलसीमा, केरल और दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक शामिल है. यहां होने वाली बारिश का औसत पूरे देश में परिलक्षित हो रहा है. अन्यथा देश के अन्य हिस्सों में बारिश ज्यादा नहीं होगी.