
* देशभर में है आम की कमी, हापूस का सीजन महज मात्र 40 दिन
मुंबई /दि.24- प्रति वर्ष फरवरी से जून महिने तक करीब 5 महिने फल बाजारों पर फलों के राजा आम का वर्चस्व रहता है. परंतु इस वर्ष खराब मौसम के चलते आम की उपज पर बेहद विपरित परिणाम हुआ है और देशभर में आम की आवक घट गई है. इस वर्ष कोंकण के हापूस की सर्वाधिक आवक 1 अप्रैल से 10 मई तक महज 40 दिनों के लिए ही होगी. वहीं गुजरात व दक्षिणी राज्यों में भी आम का उत्पादन कम होने के चलते इस वर्ष अन्य प्रजातियों के आम भी कम प्रमाण में उपलब्ध होंगे. जिसके चलते आम के दामों में तेजी रहेगी.
बता दें कि, गत वर्ष फरवरी माह से ही आम की बडे पैमाने पर आवक शुरु हुई थी. परंतु इस वर्ष की फरवरी में गत वर्ष की तुलना में 583 टन आवक कम हुई है. गत वर्ष मार्च माह के प्रारंभ में औसतन 40 हजार पेटियों की आवक हो रही थी. वहीं इस वर्ष 20 से 25 हजार पेटियों की ही आवक देखी जा रही है. इस वर्ष 1 अप्रैल से हापूस, बदामी, लालबाग, राजापुरी व केसर आम की आवक होगी. वहीं अप्रैल माह के बाद जुन्नर हापूस व 25 जून के बाद दशहरी लंगडा आम की आवक शुरु होगी.
* हापूस के प्रति दर्जन दाम
वर्ष होलसेल फूटकर
2024 200-1000 500-1500
2025 300-1400 700-2000