इस बार मार्च से मई तक तापमान औसतन से अधिक रहने का अनुमान
पुणे/दि.02– मार्च से मई माह तक देशभर में तापमान औसतन से अधिक दर्ज होने तथा महाराष्ट्र सहित दक्षिण के राज्यो में औसतन से अधिक उष्णता की लहर रहने की संभावना मौसम विभाग द्वारा दर्शाई गई है. इस कारण इस बार ग्रीष्मकाल की तीव्रता अधिक महसूस होनेवाली है.
मौसम विभाग के महासंचालक डॉ. मृत्युंजय महापात्रा में मार्च से मई की कालावधि के मौसम अनुमान की जानकारी पत्रकार परिषद में दी. पैसिफिक महासागर में ‘एल निनो’ स्थिति सक्रिय होने की गतवर्ष से शुरुआत हुई थी. साथ ही यह स्थिति मई माह तक कायम रहने का अनुमान विश्व प्रारुप की तरफ से दर्शाया गया था. इसके मुताबिक अब एल निनो की तीव्रता कम होने लगी है. एल निनो मौसमी बारिश की शुरुआत में समाप्त होगी. हिंद महासागर के ‘इंडियन ओशन डायपोल’ यह मौसमी घटक मार्च से मई की अवधि में तटस्थ होगा, ऐसा डॉ. महापात्रा ने कहा. एल निनो की तीव्रता अब कम होने लगी तो भी इसका परिणाम तापमान बढने पर होनेवाला है. इस कारण मार्च से मई की अवधि में तापमान औसतन से अधिक रहने की संभावना है. इस बार ग्रीष्मकाल में उष्णता की लहर औसतन से अधिक रह सकती है. महाराष्ट्र, ओडिशा सहित दक्षिण के तेलंगणा जैसे राज्यो में उष्णता की लहर आ सकती है, ऐसा डॉ. महापात्रा ने कहा.
* मार्च में औसतन से अधिक बारिश की संभावना
संपूर्ण देश में मार्च में औसतन से अधिक बारिश होने की संभावना है. 1971 से 2020 की कालावधि में देशभर में मार्च माह में बारिश औसतन 29.9 मिमी हुई है. इस कारण इस बार मार्च माह में औसतन 117 प्रतिशत बारिश की संभावना है. साथ ही इसी माह में उष्णता की लहर आने की संभावना है, ऐसा डॉ. महापात्रा ने कहा.