नागपुर/ दि.4– इस बार भी ग्रीष्मकाल में अधिक तापमान रहने के चिन्ह दिखाई दे रहे है. राज्य के सभी जिलों में तापमान औसतन 0.9 से 1 अंश तक बढेगा ऐसी जानकारी मौसम विभाग के विशेषज्ञों व्दारा दी गई. साल 2001 से भौगालिक परिस्थिति अनुसार विदर्भ में सूर्य का प्रकोप अधिक महसूस किया जा रहा है.
जिले में साधारणत: मई महीने में दो बार उष्णता की लहर आने की संभावना है. मौसम विभाग व्दारा मार्च, अप्रैल व मई इन तीन महीनों का तापमान का अनुमान व्यक्त किया गया. मार्च महीने में दिन में ज्यादा तापमान रहेगा तथा मई महीने में रात को तापमान में अधिक वृद्धी होने की संभावना व्यक्त की गई है. पिछले साल की तुलना में इस साल अधिक तापमान बढेगा और बेमौसम बारीश की भी संभावना रहेगी.
विदर्भ का भौगोलिक तापमान
विदर्भ में औसतन 44 अंश तापमान दर्ज होता है. पिछले साल चार से पांच दिनों में पारा 45 अंश तक पहुंच गया था. इस साल अप्रैल व मई महीने के 15 दिनों में 43 से 44 अंश व चार से पांच दिनों में 46 अंश पर पारा पहुंचेगा तथा मई महीने के दो-तीन दिनों में 47 अंश पर पहुंचने की व रात में 2 से 3 अंश तापमान बढने की संभावना है.
* नागपुर, चंद्रपुर
यहां एक दिन में तापमान 48 अंश पर जाने की संभावना
* वर्धा, अमरावती, अकोला
औसतन तापमान में किंचित वृद्धी होगी
* भण्डारा, गोंदिया, गडचिरोल, यवतमाल
यहां तापमान औसतन ही रहेगा
गंभीर परिणाम भुगतने होंगे
साल 1990 से अब तक तापमान औसतन 1 अंश बढा है. 2030 से 2050 तक तापमान 2 अंश तक बढने की संभावना है. बढता हुआ तापमान रोका नहीं गया तो गंभीर परिणाम भुगतने पडेंगे. हर साल तापमान अपना रेकार्ड तोड रहा है और नियंत्रण के बाहर पारा जा रहा है.
– सुरेश चोपणे, मौसम विभाग तज्ञ