‘उन’ तीनों ने 5 से 7 लोगों को बेची थी पिस्तौले
अकोलखेड से एक युवक को पूछताछ हेतु लिया गया हिरासत में
* एक पिस्तौल अंजनगांव सुर्जी में भी बेचे जाने की जानकारी आयी सामने
* लॉरेंस विश्णोई गैंग के ‘वैदर्भीय कनेक्शन’ को लगातार खंगाल रही अकोला पुलिस
* अमरावती पुलिस भी मामले को लेकर हुई चौकन्नी, कई अपराधियों को टटोला जा रहा
अमरावती/अकोला/दि.6 – दो दिन पूर्व अकोला के जिला पुलिस अधीक्षक बच्चन सिंह ने पत्रवार्ता लेते हुए अकोला में रहने वाले एक युवक का कुख्यात माफिया सरगना लॉरेंस विश्णोई के साथ सीधा संपर्क रहने का दावा करते हुए जानकारी दी थी कि, शुभम लोणकर नामक उक्त युवक सहित अजय देठे व विनायक चव्हाण नामक उसके दो सहयोगियों को पिस्तौल और कारतूस की तस्करी के मामले में गिरफ्तार किया गया है तथा इस मामले में दो पिस्तौलों सहित 9 जिंदा कारतूस भी जब्त किये गये है. वहीं इन तीनों आरोपियों को पुलिस कस्टडी रिमांड में लेते हुए उनसे लगातार पूछताछ की जा रही है और इस पूछताछ के जरिए यह जानकारी सामने आयी है कि, इन तीनों युवकों की टोली ने अकोला सहित आसपास के इलाकों में 5 से 7 पिस्तौले बेची है. जिसमें से एक पिस्तौल अकोलखेड गांव में रहने वाले युवक के पास से बरामद कर ली गई है तथा उस युवक को पूछताछ हेतु पुलिस ने अपने कब्जे में लिया है. वहीं यह जानकारी भी पता चली है कि, इन आरोपियों ने अंजनगांव सुर्जी में रहने वाले एक युवक को भी पिस्तौल बेची थी. ऐसे में आरोपियों द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर अकोला पुलिस ने अंजनगांव सुर्जी में रहने वाले युवक को भी पूछताछ हेतु अपने कब्जे में लिया है. साथ ही इन आरोपियों के संपर्क में और कौन कौन लोग थे तथा इन आरोपियों से किन-किन लोगों ने पिस्तौले व कारतूस खरीदे है. इसकी सघनतापूर्वक जांच की जा रही है.
बता दें कि, मूलत: अकोला जिले की अकोट तहसील अंतर्गत नेवरीे गांव का रहने वाला शुभम लोणकर नामक युवक विगत कुछ समय से पुणे में रह रहा था तथा अकोला में रहने वाला अजय देठे व अडगांव बु. में रहने वाला विनायक चव्हाण लगातार उसके संपर्क में थे. अजय देठे व विनायक चव्हाण को विगत माह अकोला पुलिस ने संदेह के आधार पर अपनी हिरासत में लिया था. जिनसे की गई पूछताछ के बाद एक कुएं से दो पिस्तौल व 9 कारतूस जब्त किये गये थे. पश्चात इन दोनों ने पुलिस को शुभम लोणकर के बारे में जानकारी दी थी. जिसके जरिए उन्हें पिस्तौल व कारतूस की खेप मिली थी. पश्चात पुलिस ने पुणे जाकर शुभम की तलाश करनी शुरु की, तो पता चला कि, वह मध्यप्रदेश की ओर भाग गया है. ऐसे में पुलिस ने मध्यप्रदेश जाकर शुभम लोणकर को गिरफ्तार किया है और उसे अकोला लाया गया. जहां पर उसके मोबाइल की पडताल करने पर पता चला कि, शुभम लोणकर सीधे तौर पर लॉरेंस विश्णोई गैंग के साथ संपर्क में था तथा उसने वर्ष 2022 व 23 के दौरान दो बार लॉरेंस विश्णोई को वॉटसएप पर वीडियो कॉल की थी. साथ ही लॉरेंस के भाई अनमोल विश्णोई सहित अन्य तीन इंटरनैशनल मोबाइल नंबरों से शुभम लोणकर के मोबाइल पर तीन बार वॉट्सएप ऑडियो कॉल भी आयी थी. इस जानकारी के सामने आते ही पुलिस ने इस पूरे मामले को बेहद गंभीरता से लेना शुुरु कर दिया. क्योंकि देश के उत्तरी राज्यों में सक्रिय रहने वाले लॉरेंस विश्णोई गैंग का पहली बार विदर्भ क्षेत्र के साथ कनेक्शन जुडता दिखाई दिया. ऐसे में पुलिस ने अपने हिरासत में रहने वाले शुभम लोणकर सहित अन्य दोनों युवकों के साथ कडी पूछताछ करनी शुरु की, तो उन तीनों लोगों ने बताया कि, वे अब तक अकोला सहित आसपास के क्षेत्र में करीब 5 से 7 पिस्तौले बेच चुके है. जिसमेें से उन्होंने अकोलखेड व अंजनगांव सुर्जी में पिस्तौल खरीदने वाले दो युवकों के नाम पुलिस को बताए. जिसके आधार पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने अकोटखेड निवासी युवक के पास से एक पिस्तौल जब्त की तथा उसे पूछताछ हेतु अपनी हिरासत में लिया. वहीं अंजनगांव सुर्जी निवासी युवक से भी पिस्तौल के बारे में पूछताछ की जा रही है. इसके अलावा इन तीनों आरोपियों से पिस्तौल खरीदने वाले अन्य लोगों की भी तलाश की जा रही है.