जलगांव जामोद/दि. 26 – अतिवृष्टि के पैसों के घोटाला प्रकरण में दो पटवारी सहित तीन आरोपियों को बुधवार 25 दिसंबर को अपराध शाखा के दल ने गिरफ्तार कर लिया.
जानकारी के मुताबिक तहसील में गत वर्ष 22 जुलाई 2023 को हुई अतिवृष्टि के कारण किसानों का करोडों रुपयों का नुकसान हो गया था. उस समय किसानों को नुकसान भरपाई रिपोर्ट में तत्कालीन तहसीलदार के आशीर्वाद से दो पटवारी और संगणक चालक कुछ फर्जी किसानों के नाम की सूची नुकसान भरपाई के लिए शासन के पास प्रस्तुत कर फर्जी किसानों के नाम से करोडों रुपयों का आर्थिक घोटाला किया था. इस प्रकरण में संबंधितो के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था. लेकिन तब से आरोपी फरार थे. पश्चात आरोपियों ने जमानत मिलने के लिए मुंबई उच्च न्यायालय की नागपुर खंडपीठ याचिका दायर की थी. इस याचिका को न्यायालय द्वारा खारिज किए जाने के बाद अपराध शाखा ने पटवारी आरोपी उमेश बिल्लेवार, माटे और तहसील के संगणक चालक महादेव पाटिल को 25 दिसंबर को गिरफ्तार कर लिया. न्यायालय में पेश कर उन्हें बुलढाणा जेल रवाना कर दिया गया है. इस आर्थिक घोटाले में तत्कालीन तहसीलदार शीतल सोलाट भी शामिल रहने की चर्चा थी. विधानसभा चुनाव के पूर्व ही उन्होंने जलगांव खान्देश जिले के मडगांव में तबादला कर लिया. ग्रामीण अपराध शाखा ने गोपनीय तरीके से यह कार्रवाई की. इस बाबत जलगांव जामोद पुलिस स्टेशन, तहसीलदार तथा उपविभागीय अधिकारी से पूछताछ किए जाने पर कार्रवाई की जानकारी उन्हें नहीं थी. मुख्य सूत्रधार इस प्रकरण के दूसरे ही है. इन तीनों की गिरफ्तारी होने के कारण तत्कालीन तहसीलदार शीतल सोलाट और मुख्य सूत्रधार में खलबली मच गई है.
* साईबर कैफे का संचालक शामिल
इस प्रकरण में बोराला, आसलगांव, धानोरा, वाडी खुर्द के अनेक दलाल फंसे है. उन्होंने भी करोडों रुपए के घोटाले में अपनी जेबे भरी है. आसलगांव के एक दांडगे नामक दलाल और जलगांव जामोद के एक साईबर कैफे के संचालक का इसमें समावेश है. उन पर कार्रवाई होने की पूर्ण संभावना है.