चालू वर्ष में अब तक गवाएं 102 बाघ
सर्वाधिक मृत्यु मध्यप्रदेश में, महाराष्ट्र दूसरे स्थान पर
चंद्रपुर/प्रतिनिधि दि.२९ – चालू वर्ष खत्म होने में और दो महीने शेष रहते आज तक 102 बाघों की धक्कादायक जानकारी सामने आयी है. सर्वाधिक मृत्यु मध्य प्रदेश में व दूसरे क्रमांक का आकड़ा महाराष्ट्र का है. 9 बाघों का शिकार किया गया है. गत वर्ष 106 बाघों की मृत्यु हो गई थी. देशभर के 22 राज्यों के जंगलों में व्याघ्र गणना होगी. तेंदूआ, हाथी सहित व्याघ्र प्रगणना का प्रयोग पहली बार ही होने से वन्यजीव प्रेमियों ने समाधान व्यक्त किया. यह चर्चा होते समय चालू वर्ष के व्याघ्र मृत्यु यह चिंता का विषय बना है.
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संरक्षित भागों में भी शिकारी
व्याघ्र प्रकल्प में सुरक्षा होने के चलते शिकारी वहां प्रयास नहीं करते. उनकी आंखें हमेशा व्याघ्र प्रकल्प के बाहर के बाघों पर होत है. करीबन 39 प्रतिशत बाघ प्रकल्प से बाहर होने के कारण उनकी सुरक्षा करने की आवश्यकता व्यक्त की जा रही है. लेकिन इस बार 52 प्रतिशत व्याघ्र मृत्यु प्रकल्प व अति संरक्षित भाग में हुए हैं. 102 में से 53 मृत्यु यह प्रकल्प व अतित संरक्षित भाग में ोने की बात सामने आयी है. इसमें शिकारी की घटनाओं का भी समावेश है. इस कारण अब प्रकल्प व अति संरक्षित भागों में कड़ी नजर रखने की आवश्यकता व्यक्त की जा रही है.
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यह है कारण
– अधिवास के लिए होने वाला संघर्ष
– शिकार
– विद्युत प्रवाह का झटका लगने से
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कहां कितनी मृत्यु?
– मध्यप्रदेश – 32
– महाराष्ट्र – 20
– कर्नाटक – 15
– उत्तर प्रदेश – 9
– केरल – 6
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पांच वर्षों में देश के व्याघ्र की मृत्यु
वर्ष मृत्यु
2017 116
2018 102
2019 95
2020 106
2021(अब तक) 102