‘अंधविश्वास’ ! भुत भगाने के लिए मारा; दादी के साथ उनके चाचा को भी मार दिया
कल्याण के खडकपाड़ा इलाके में अंधविश्वास के शिकार दो लोगों की मौत हो गई
कल्याण/ २६ जूलै – यह घटना कल्याण के खडकपाड़ा इलाके में चुड़ैल निकालने के लिए मांत्रिक के इशारे पर तंत्र मंत्र के बाद दादी और चाचा की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। मृतकों की पहचान पंढरीनाथ तरे (50) और चंदूबाई तरे (76) के रूप में की गई है। मामले में पंढरीनाथ के भतीजे कविता कैलास तरे (27), विनायक कैलास तरे (22) और जादूगर सुरेंद्र पाटिल (35) को गिरफ्तार किया गया है। खडकपाड़ा पुलिस घटना की जांच कर रही है।
मृतक का भतीजी कविता तरे उसे पंढरीनाथ की पत्नी और कविता की मां सुरेंद्र पाटिल नामक एक मांत्रिक के पास हर बार ले जाते थे.। पाखंडी जादूगर सुरेंद्र ने उसे बताया कि पंढरीनाथ और चंदूबाई दोनों भुत से पीड़ित थे और घर को इससे नुकसान हो रहा था और अगर भूत निकल जाता तो घर में खुशहाली आती। उसने बहाना किया कि उनके शरीर के भूत को मंत्रोच्चार से बचना पड़ेगा। इस अंधविश्वास के शिकार, विनायक और कविता ने अपने चाचा और दादी को भुत को भगाने के लिए राजी किया। इसके बाद, अटाळी में पंढरीनाथ तरे के निवास पर भुत को भगाने की तैयारी की गई।
जानलेवा हमला २५ जुलाई को शाम ४ बजे शुरू हुआ। मृतक का नाबालिग बेटा भी मौजूद था। चंदूबाई और पंढरीनाथ को शाम करीब ४ बजे लाठी से पीट-पीटकर मार डाला गया। यह अघोरी प्रकार शाम ४ बजे से शाम ५ बजे तक चलता है। पंढरीनाथ और चंदूबाई को मांत्रिक सहित तीन अन्य लोगों ने पीटा। पिटाई में दोनों की मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलते ही माया के भतीजे देवेंद्र भोईर घटनास्थल पर पहुंचे। पर तब तक बहुत देर हो चुकी थी। खड़कपाड़ा पुलिस ने आज सुबह देवेंद्र के अनुसार मामला दर्ज किया है और सभी चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। खडकपाड़ा पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक अशोक पवार ने कहा कि तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया है और नाबालिग को किशोर हिरासत केंद्र में भेज दिया गया है।