पोहरादेवी में निर्माण नाराजगी दूर करने धर्मगुरु के बनाया विधायक!
संजय राठोड को पनाह भाजपा का प्रयास
यवतमाल/दि.17-विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लगने से पहले राज्यपाल नामनिर्देशित विधायक के रूप में बंजारा समाज के धर्मगुरु बाबुसिंग महाराज राठोड ने मंगलवार को शपथ ली. यह दांव खेलकर भाजपा में एकही पत्थर से दो पंछी मारने की चर्चा राजनीतिक सर्कल में चल रही है. बंजारा मतदाताओं की सहानुभूति प्राप्त करने के साथ-साथ इस समाज के नेता संजय राठोड को पनाह देने का प्रयास भाजपा ने किया है, ऐसा बोला जा रहा है.
पोहरादेवी जि.वाशिम यह देश के 10 करोड बंजारा समाज का श्रद्धास्थान है. यवतमाल और वाशिम जिले के पालकमंत्री संजय राठोड ने लगातार प्रयास कर पोहरादेवी में बंजारा विरासत नंगारा वास्तूसंग्रहालय निर्माण किया. 5 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों इस म्यूजियम का लोकार्पण हुआ. इस कार्यक्रम में 2 लाख से अधिक बंजारा समाजबंधु उपस्थित थे. इस समय प्रधानमंत्री मोदी बंजारा समाज की समस्याओं के बारे में बोलेंगे, ऐसा लग रहा था, लेकिन प्रधानमंत्री ने कुछ नहीं बोलने से इस कार्यक्रम के बाद बंजारा समाज में रोष निर्माण हुआ था. इसलिए बंजारा समाज विधान सभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ जाएगा, यह खतरा निर्माण होने से भाजपा ने धर्मगुरु बाबुसिंग महाराज को ही विधान परिषद पर भेजकर समाज की नाराजगी दूर करने का प्रयास किया, ऐसी चर्चा है. इस निर्णय से बंजारा समाज भाजपा के साथ जुडेगा, यह विश्वास भाजपा नेताओं को है. बाबुसिंग महाराज को विधायकी देकर पोहरादेवी में राठोड के अलावा दूसरा राजनीतिक शक्तिकेंद्र निर्माण करने का प्रयास भाजपा ने किया है. बंजारा समाज के नेता, पूर्व सांसद हरिभाउ राठोड ने बाबुसिंग महाराज को विधान परिषद सदस्यता देना यानी पोहरागड की गद्दी का अपमान है, ऐसा कहा जा रहा है. यह प्रकार बंजारा समाज की श्रद्धा को ठेस पहुंचाने वाला रहने से बाबुसिंग महाराज ने यह विधायकी नहीं स्वीकारना चाहिए, यह अनुरोध हरिभाउ राठोड ने किया था. लेकिन बाबुसिंग महाराज ने विधान परिषद सदस्यता की शपथ ली. जिसके कारण अब बंजारा समाज से अलग-अलग प्रतिक्रियाएं व्यक्त की जा रही है.