भाजपा को रोकने मनपा चुनाव में होगी दो सदस्यीय प्रभाग रचना
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उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने दिये संकेत
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राज्य में बजने लगे मनपा चुनाव के नगाडे
मुंबई/दि.7 – अगले वर्ष अमरावती, औरंगाबाद व मुंबई सहित राज्य की दस महानगरपालिकाओं के चुनाव होने जा रहे है. इस बात के मद्देनजर प्रभाग रचना में बदलाव किये जाने के संकेत उपमुख्यमंत्री अजीत पवार द्वारा दिये गये है. अजीत पवार के मुताबिक वर्ष 2017 में 4 सदस्यीय प्रभाग रचना की वजह से भाजपा को काफी फायदा हुआ था. ऐसे में इस बार भाजपा को रोकने हेतु मुंबई मनपा में प्रभाग का परिसिमन पूर्ववत करने के साथ-साथ समूचे राज्य में चार सदस्यीय की बजाय दो सदस्यीय प्रभाग रचना की जानी चाहिए.
बता दें कि, गत वर्ष कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए औरंगाबाद, नवी मुंबई व ठाणे सहित 10 महानगरपालिकाओं के चुनाव आगे टाल दिये गये है और वहां पर प्रशासक की नियुक्ति की गई थी. वहीं अब अगले वर्ष मुंबई व अमरावती सहित कुछ अन्य महानगरपालिकाओं का कार्यकाल खत्म होने जा रहा है. जहां पर चुनाव लिये जाने है. मुंबई मनपा के चुनाव को शिवसेना की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण व प्रतिष्ठापूर्ण माना जाता है. किंतु वर्ष 2017 के चुनाव में प्रभाग रचना बदले जाने का फायदा भाजपा को हुआ. ऐसा शिवसेना व कांग्रेस का कहना है. इसके साथ ही सत्ताधारी महाविकास आघाडी के नेताओं का यह भी कहना है कि, वर्ष 2017 के मनपा चुनाव में तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की सरकार द्वारा अस्तित्व में लायी गयी चार सदस्यीय प्रभाग रचना का लाभ जहां एक ओर भाजपा को हुआ था, वहीं इससे विकास कामों में काफी रूकावटें पैदा हुई थी. साथ ही चार सदस्यीय प्रभाग रचना की वजह से ही राकांपा के हाथ से पुणे महानगरपालिका की सत्ता चली गयी, ऐसा भी राकांपा नेताओं का मानना है.
इन तमाम बातों के मद्देनजर उपमुख्यमंत्री अजीत पवार द्वारा किये गये वक्तव्य को बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है. अत: आगामी वर्ष में होने जा रहे मनपा चुनाव को देखते हुए जल्द ही प्रभाग रचना में बदलाव करने को लेकर हलचलें तेज हो जायेंगी, ऐसी संभावना दिखाई दे रही है.
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मुंबई में प्रभाग परिसिमन करने की कांग्रेस ने उठायी मांग
– फडणवीस सरकार ने वर्ष 2017 में मुंबई मनपा का चुनाव जीतने हेतु 227 में से 45 प्रभागों का नया परिसिमन किया था. उसे पूर्ववत किये जाने की मांग मुंबई मनपा में विरोधी दल रहनेवाली कांग्रेस द्वारा मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे से की गई है.
– वर्ष 2017 का चुनाव शिवसेना और भाजपा ने अलग-अलग लडा था और प्रभाग की सीमाएं बदले जाने का फायदा भाजपा को हुआ था. जिसकी वजह से भाजपा कुल 82 सीटों पर विजयी हुई थी. ऐसा शिवसेना का आरोप है. इस समय मुंबई मनपा में शिवसेना के 94 नगरसेवक है और सत्ता शिवसेना की ही है.
– फरवरी 2022 में मुंबई मनपा का कार्यकाल खत्म होने जा रहा है. ऐसे में राज्य निर्वाचन आयोग ने मुंबई मनपा से मतदाता सूची सहित अन्य तैयारियों को लेकर हाल ही में पूछताछ की है. वहीं दूसरी ओर भाजपा द्वारा आरोप लगाया जा रहा है कि, चूंकि इस समय राज्य में मुख्यमंत्री पद शिवसेना के पास है. अत: कोविड संक्रमण की वजह को आगे करते हुए मुंबई मनपा के चुनाव आगे टाले जा सकते है.