
* प्रवेश प्रक्रिया हेतु समयावृद्धि दिए जाने की मांग
मुंबई /दि. 1– मुफ्त व अनिवार्य शिक्षा (आरटीई) अधिनियम के तहत जिन विद्यार्थियों का लॉटरी प्रक्रिया के तहत चयन हुआ है, उनके दाखिले के लिए 28 फरवरे कप समयसीमा खत्म हो रही है. हैरानी की बात यह है कि, चुने गए 1 लाख 1 हजार 967 विद्यार्थियों में से गुरुवार शाम खबर लिखे जाने तक सिर्फ 36 हजार 927 विद्यार्थियों के दाखिल हो पाए थे. 10 फरवरी को दाखिले के लिए लॉटरी निकाली गई थी. 14 फरवरी से दाखिले की प्रक्रिया शुरु की गई थी. 14 दिन में अभिभावकों को जरुरी दस्तावेजों के सत्यापन के बाद दाखिले की पुष्टि करने को कहा गया था, लेकिन ऐसा लगता है कि, पिछले कई वर्षों की तरह इस साल भी दाखिले के लिए मोहलत देनी पडेगी. दाखिले में कई वर्षों से चल रही परेशानी को देखते हुए अब प्रक्रिया में सुधार की मांग की जा रही है.
बता दें कि, आरटीई के दखिले के लिए जिन विद्यार्थियों का चयन हुआ है उनके दाखिले अगर नहीं होते हैं तो प्रतीक्षा सूची में शामिल विद्यार्थियों को दाखिले का मौका दिया जाता है. इस प्रक्रिया में देरी होती है, जिसके चलते कई अभिभावक पहले ही अपने बच्चों का दाखिला पैसे भरकर स्कलों में करा देते हैैं. जिससे हर साल हजारों बच्चे मुफ्त शिक्षा के अधिकार से वंचित रह जाते है.
* प्रक्रिया में सुधार के लिए यह है मांग
– आरटीई के दाखिले में पारदर्शिता लाई जाए.
– राज्य सरकार को दाखिले की प्रक्रिया का ऑडिट करना चाहिए.
– दाखिले की प्रक्रिया जल्द खत्म करने के लिए कदम उठाना चाहिए.
– जनवरी से पहले आरटीई के दाखिले की प्रक्रिया खत्म करनी चाहिए.
– दाखिले के लिए आवेदन के समय जरूरी दस्तावेजों की पुष्टि की जा सकती है.
* आरटीई कार्यकर्ता ने कहा – प्रक्रिया में भी सुधार की जरूरत
आरटीई कार्यकर्ता दीपाली सरदेशमुख ने कहा कि, सबसे बडी परेशानी यह है कि, आरटीई के दाखिले के लिए पहले लॉटरी निकलती है, फिर अभिभावकों को दस्तावेज जमा करने को कहा जाता है. ऐसे में वे सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगाने शुरू करते है. बडी संख्या में एक साथ आवेदन मिलने के चलते दस्तावेज बनने में ज्यादा समय लगता है. इसीलिए जरुरी है कि, आरटीई के दाखिले के लिए अभिभावकों से पहले ही रजिस्ट्रेशन कर दस्तावेज अपलोड करने को कहा जाए. इससे दाखिले के समय होनेवाली भागदौड खत्म हो जाएगी. उन्होंने कहा, महाराष्ट्र हाउसिंग एंड एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी (म्हाडा) ने भी अपनी प्रक्रिया में इसी तरह का बदलाव किया है, जिसके बाद लॉटरी विजेताओं को तुरंत घर मिल जाते है.