मुंबई/ दि. 8– टोरेस ज्वेलरी ब्रांड के अच्छे मुनाफे के प्रलोभन के शिकार हुए सवा लाख से अधिक निवेशकों के साथ करीबन 1 हजार करोड रूपए की जालसाजी होने की सनसनी खेज घटना प्राथमिक जांच में उजागर हुई है. जालसाजी का मामला उजागर होते ही भागने की तैयारी में रहे संचालक सहित जनरल मैनेजर और स्टोअर मैनेजर को शिवाजी पार्क पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया. कंपनी का संस्थापक युक्रेन भागा रहने की चर्चा है.
पुलिस ने उजबेकीस्तान निवासी जनरल मैनेजर तानिया कसातोवा, संचालक सर्वेश अशोक तुरवे और भारतीय वंश की रशियन नागरिक रही. स्टोअर मैनेजर वैलेंटिना गणेश कुमार को गिरफ्तार कर लिया है. तीनों पैसे, आभूषण लेकर भागने की तैयारी में थे तब पुलिस ने उन्हें पकड लिया. कंपनी के संस्थापक जॉर्न कॉर्टर व व्हिक्टोरिया कोवालेंको ये दोनों युक्रेन के थे. वह भाग गये. सीईओ तौफीक शेख और सीए अभिषेक गुप्ता दोनों भारत में है. उनके खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी किया गया.
8 से 10 हजार करोड की जालसाजी का अनुमान
टोरेस यह ज्वेलरी ब्राँड प्लेटिनम हर्न प्रा. लि. कंपनी चलाती थी. दादर, गिरगांव, कांदिवली, कल्याण, सोनपाडा, मीरारोड आदि शाखा में करीबन सवा लाख निवेशकों ने हजारों करोड रूपए निवेश किए रहने का अनुमान है. जालसाजी का आंकडा 8 से 10 हजार करोड रूपए तक जा सकता है.
20 प्रतिशत का प्रलोभन
– नववर्ष में सभी व्यवहार बंद करना और भागने का टोरेस का मकसद था. इस दृष्टि से उन्होंने गतिविधियां शुरू की थी.
– 29 दिसंबर से ऑनलाइन सेवा बंद कर नकद रूप से पैसे स्वीकार किए.
– इसके लिए निवेशकों को 10 से 20 प्रतिशत देने का प्रलोभन दिखाने से निवेशकों ने भारी मात्रा में नकद रकम निवेश की.