राज्य के 15 में से 6 प्रकल्पो में ही पर्यटन शुरु
महामंडल के कार्यकारी संचालक राजेश सोनटक्के ने दी जानकारी
नागपुर /दि. 23– विदर्भ बांध प्रकल्प विकास महामंडल के 15 में से केवल 6 ही प्रकल्प में फिलहाल जल पर्यटन उपक्रम शुरु है. जिससे राज्य की पर्यटन निती को धक्का लगा है. महामंडल के संचालक राजेश सोनटक्के ने यह जानकारी शुक्रवार को मुंबई उच्च न्यायालय की नागपुर खंडपीठ में प्रतिज्ञापत्र सौंपकर दी.
उनके द्वारा दिए गए प्रतिज्ञापत्र के अनुसार चंद्रपुर जिले में राजूरा तहसील स्थित अमलनाला प्रकल्प, नागपुर जिले में रामटेक तहसील स्थित खिंडसी प्रकल्प, सावेर तहसील के उमरी मध्य प्रकल्प, नागपुर ग्रामीण के नांद व वडगांव प्रकल्प, अमरावती जिले की चांदुर रेलवे तहसील स्थित मालखेड लघु प्रकल्प और बुलढाणा जिले की मेहकर तहसील में स्थित कराडी मध्य प्रकल्प में जल पर्यटन शुरु है. अमलनाला प्रकल्प के लिए मे. इन्वेंटीव कंस्ट्रक्शन तथा धर्मा कंस्ट्रक्शन के साथ 13 अगस्त 2034 तक, खिंडसी जलाशय के लिए राजकमल टुरिस्ट कॉम्प्लेक्स के साथ 13 मार्च 2038 तक व उमरी मध्य प्रकल्प के लिए गुरुदेव राष्ट्रीय विकास संस्था के साथ तथा 8 अक्तूबर 2027 तक, नांद व वडगांव प्रकल्प के लिए श्रीकांत धोटे के साथ 14 अक्तूबर 2033 तक, मालखेड लघु प्रकल्प के लिए वीर हनुमान वॉटर पार्क एंड फनलैंड के साथ 1 जनवरी 2028 तक, कोराडी मध्यम प्रकल्प के लिए विवेकानंद आश्रम के साथ 29 जनवरी 2100 तक करार किया गया है.
नागपुर ग्रामीण के सुराबर्डी तालाब के संवर्धन के लिए किसान नितिन शेंद्रे ने उच्च न्यायालय में जनहित याचिका दायर की है. न्यायालय ने इस मामले में बांध प्रकल्प मंडल से जानकारी मांगी थी. न्यायाधीश नितिन सांबरे व न्यायाधीश वृषाली जोशी ने शुक्रवार को इस धक्कादायक जानकारी की दखल लेते हुए इस संदर्भ में सविस्तर सुनवाई के लिए 29 जनवरी की तारीख दी है. याचिकाकर्ता की ओर से एड. सुधीर मालोदे तथा बांध प्रकल्प विभाग की ओर से एड. जेमिनी कासट ने पैरवी की.