मुंबई/ दि.२१ – कोरोना महामारी के चलते राज्य सरकार ने आदेश जारी किये है कि देश के किसी भी कोने से महाराष्ट्र में आने वाले नागरिकों की आरटीपीसीआर टेस्ट रिपोर्ट निगेटीव होना अनिवार्य कर दिया है. इसी के चलते हवाई अड्डों पर आने वाले लोगों को हवाई जहाज में सवार होने से पहले ही रोक दिया जा रहा है. रास्तों से यातायात करने वाले यात्रियों की भी आरटीपीसीआर जांच की जा रही है. इसके बावजूद भी ट्रेन में सफर करने वाले दूसरे राज्यों के यात्री बडी संख्या में अभी भी बगैर रिपोर्ट (कोरोना निगेटीव रिपोर्ट) के यात्रा कर रहे है. रेलवे प्रशासन के पास इतने संसाधन नहीं है कि वह ट्रेन में सफर करने वाले हर यात्री की ट्रेन में चढने से पहले आरटीपीसीआर टेस्ट कर सके. इसी कारण महाराष्ट्र सरकार ने टे्रन से सफर करने वाले दूसरे राज्यों के यात्रियों से अपील की है कि ट्रेन में सवार करने से पहले ही अपनी आरटीपीसीआर टेस्ट करा ले, अगर रिपोर्ट निगेटीव आती है तो ही निगेटीव रिपोर्ट के साथ ही सफर करे.
मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शिवाजी सुतार ने कहा है कि फिलहाल रेलवे स्थानीय महानगर पालिका को दूसरे राज्यों से आने वाली ट्रेन के समय की जानकारी दे देती है. इसके बाद मनपा अधिकारी ही यात्रियों की रिपोर्ट देखने और जिन यात्रियों के पास रिपोर्ट नहीं है उनका आरटीपीसीआर टेस्ट कराने की प्रक्रिया पूरी करती है, लेकिन इस प्रक्रिया में समय लगता है. लंबी दूर से यात्रा कर पहुंचने वाले यात्रियों को कतार में लगकर जांच करानी पडती है. दूसरे राज्यों से आने वालों के लिए इस नियम से बडी परेशानी हो रही है. गुवाहाटी से मुंबई पहुंचने में यात्रियों को 30 से 32 घंटे का समय लगता है. ऐसे में 48 घंटे की समय सीमा के चलते उन्हें यात्रा से पहले जांच कराने के लिए काफी भागदौड करनी पड रही है.