डेंगू बाधित मरीजो को जमीन पर सुलाकर उपचार
स्वास्थ विभाग की लापरवाह कार्यप्रणाली
* शाम को उपलब्ध कर दी है बेड
अमरावती/दि. 17 – जिले में डेंगू बाधित मरीजो की संख्या बढने लगी है. मरीजो को जमीन पर सुलाकर उपचार किए जाने का मामला मेलघाट के चिखलदरा तहसील के जामली गांव में दिखाई दिया. इस कारण स्वास्थ विभाग की लापरवाह कार्यप्रणाली उजागर हुई है. इस घटना की चर्चा फैलने के बाद स्वास्थ विभाग ने आखिरकार सोमवार की शाम इन मरीजो के लिए बेड उपलब्ध कर दिए.
जामली आर गांव में पिछले सप्ताह में दूषित जल के कारण 150 से अधिक आदिवासियों को जलजन्य बीमारी हो गई. 20 दिनों में 10 लोगों की मृत्यु होने से गांव में दहशत का वातावरण निर्माण हो गया था. ऐसे में अब गांव में डेंगू बाधित मरीजो की संख्या बढने लगी है. गांव में 6 डेंगू बाधित मरीज पाए गए है. इसमें सर्वाधिक महिला है. इन मरीजों पर दो दिन जिला परिषद शाला में अस्थाई स्वास्थ शिविर में जमीन पर सुलाकर उपचार किया गया. इन मरीजो के लिए आखिरकार सोमवार की शाम बेड की व्यवस्था की गई. पिछले सप्ताह से जामली गांव में जलजन्य व कीटकजन्य बीमारी का प्रकोप शुरु हो गया. कुल 10 मरीजो में से 6 मरीजो की मृत्यु वृद्धावस्था में तथा 4 मरीजो की मृत्यु डायरिया का प्रकोप होने से हुई थी. इस कारण गांव के कुएं की जलापूर्ति पूरी तरह बंद की गई. पानी की पाईप लाईन में लिकेज होने से दूषित जलापूर्ति होने का संदेह व्यक्त किया गया. इस गांव में फिलहाल टैंकर से जलापूर्ति की जा रही है. टेंब्रूसोंडा प्राथमिक स्वास्थ केंद्र अंतर्गत जामली गांव में स्वास्थ उपकेंद्र है. लेकिन यहां जगह अधूरी है. इस कारण जिला परिषद की शाला के कमरो में मरीजो पर उपचार किया जा रहा है. दो हजार की आबादी वाले इस गांव में कायमस्वरुप स्वास्थ सेविका नहीं है. कंत्राटी स्वास्थ सेविका पर इस उपकेंद्र की जिम्मेदारी है, यहां स्वास्थ कर्मचारियों की नियुक्ति करने और स्वास्थ केंद्र का विस्तार करने की मांग ग्रामवासियों ने की है. अनेक बार उपकेंद्र में विद्युत आपूर्ति न रहने से रात को मरीजो को घर लौटना पडता है, ऐसा आरोप ग्रामवासियों ने किया है.
* पाईप लाईन का काम हलके दर्जे का
मेलघाट के विधायक राजकुमार पटेल और राज्यसभा सदस्य डॉ. अनिल बोंडे ने हाल ही में जामली गांव भेंट देकर स्वास्थ विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए और आदिवासियों के साथ संवाद किया. जामली गांव में ‘जलजीवन मिशन’ के जरिए पानी की पाईप लाईन बिछाई गई है. इस पाईप लाईन का काम हलके दर्जे का होने से सांसद डॉ. अनिल बोंडे ने तीव्र रोष व्यक्त किया. इस काम की जांच करने के निर्देश उन्होंने संबंधित विभाग को दिए. स्वास्थ यंत्रणा फिलहाल गांव में डेरा डालकर है.