महाराष्ट्र

त्र्यंबकेश्वर को ‘ए’ श्रेणी तीर्थस्थल का मिला दर्जा

शहरी विकास विभाग ने किया शासनादेश जारी

मुंबई /दि.28– आगामी 2027 में होने वाले सिहस्थ कुंभ मेले की पृष्ठभूमि पर नाशिक जिले के त्र्यंबकेश्वर मंदिर को ‘ए’ श्रेणी तीर्थस्थल का दर्जा दिया गया है.
सरकार का दावा है कि, इस निर्णय के कारण श्री त्र्यंबकेश्वर क्षेत्र के विकास को बढावा मिलेगा. शहरी विकास विभाग ने गुरुवार को इस आशय का सरकारी आदेश जारी किया है. श्री क्षेत्र त्र्यंबकेश्वर देश के 12 ज्येातिर्लिंगों में से एक है. दक्षिण भारत के सबसे पवित्र स्थानों में से एक है. प्रत्येक 12 वर्ष में आयोजित होने वाले सिहस्थ कुंभ मेला, गंगा गोदावरी उत्सव, संत श्रेष्ठ निवृत्तिनाथ महाराज यात्रा और श्रावणमास प्रदक्षिणा जैसे कई धार्मिक आयोजनों के कारण बडी संख्या में श्रद्धालु त्र्यंबकेश्वर आते है. इसीलिए बुनियादी ढांचे और दूसरे विकास कार्यों के लिए त्र्यंबक नगर परिषद को ‘ए’ श्रेणी के तीर्थक्षेत्र का उर्जा देने का प्रस्ताव रखा गया था.

* नाशिक विभागीय आयुक्त ने राज्य सरकार को भेजा था प्रस्ताव
28 अगस्त 2024 को स्थानीय नगर परिषद ने यह प्रस्ताव पास किया था. जिसे नाशिक विभागीय आयुक्त ने राज्य सरकार के पास भेजा था. इस प्रस्ताव पर विचार करने के लिए शहरी विकास विभाग के प्रमुख सचिव की अध्यक्षता में समिति गठित की गई थी. समिति ने राज्य सरकार से श्री क्षेत्र त्र्यंबकेश्वर को ‘ए’ श्रेणी के तीर्थस्थल का दर्जा देने की अनुशंसा की थी. सरकार ने इस सिफारिश को मंजूरी देते हुए गुरुवार को उससे जुडा शासनादेश जारी कर दिया.

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