टीआरपी घोटाला : ऑडिटर्स, फारेंसिक विशेषज्ञों समेत १४० गवाह
४ हजार पन्नों का आरोप पत्र दर्ज
मुंबई./दि.२५ – टीआरपी घोटाले की जांच कर रही मुंबई पुलिस की अपराध शाखा ने मंगलवार को आरोप पत्र दाखिल कर दिया है. चार हजार पन्नों के आरोप पत्र में पुलिस ने ऑडिटर्स, फारेंसिक विशेषज्ञों समेत १४० लोगों को गवाह बनाया है. इस मामले में दो आरोपियों को भी सरकारी गवाह बनाने के लिए आवेदन दिया गया है. पुलिस के मुताबिक फिलहाल मामले की छानबीन चल रही है और आगे की जांच के बाद पूरक आरोप पत्र दाखिल किये जाएंगे. मजिस्ट्रेट कोर्ट में दाखिल आरोप पत्र में पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ दफा ४०९, ४२०, ४६५, ४६८, ४०६, १२० बी, २%१, २०४, २१२, ३४ के तहत अपराध दर्ज किए है. इस मामले में अब तक १२ आरोपियों को गिरफ्तार किया गया हैं. जिसमें रिपब्लिक टीवी के डिस्ट्रिब्यूशन हेड घनश्याम शर्मा भी शामिल हैं. पुलिस ने मामले में रिपब्लिक टीवी, न्यूज नेशन फक्त मराठी, बॉ्नस सिनेमा और वाऊ चैनलों के खिलाफ पैसे देकर फर्जी टीआरपी हासिल करने का आरोप लगाया गया है. पुलिस ने इन चैनलों के संचालकों और मालिकों को भी फरार आरोपी बताया है. पुलिस का दावा है कि मामले में पकडे गए कई आरोपी चैनलों के अधिकारियों और जिन लोगों के घरों में टीआरपी मापने वाले बैरों मीटर लगे हैं, उन दोनों के साथ संपर्क में थे. आरोपियों ने चैनलों से पैसे लेकर खास चैनल देखने के लिए लोगों को पैसे बांटने की बात स्वीकार की है. फोन लैपटॉ और बैंक खातों से इसके सबूत भी मिले हैं.
-
अर्णब के साथ मुखर्जी ने चैट डिलीट की
टीआरपी घोटाले मामले की जांच से जुडे एक अधिकारी ने बताया कि रिपब्लिक चैनल की सीओओ प्रिया मुखर्जी जांच में सहयोग नहीं दे रही है. पूछताछ के लिए उन्हें जब भी बुलाया गया वे अपना मोबाइल लेकर नहीं आयी, इसके अलावा अर्णब के साथ हुई चैट भी उन्होंने डिलीट कर दिया है. इस चैट को हासिल करने की कोशिश् की जाएगी. हाल ही में गिरफ्तारी से बचने के लिए मुखर्जी ने कर्नाटक हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत अर्जी दे रखी है, जिसके कारण उनकी गिरफ्तारी पर रोक लगी हुई है. परंतु पुलिस उन्हें मामले में फरार आरोपी बता रही है. पुलिस ने मंगलवार को वाऊ चैनल व गडा पेन इंडिया लिमिटेड नाम की फिल्म प्रोड्नशन कंपनी के मालिक जयंतीलाल गडा और उनके बेटे अक्षय से पूछताछ के लिए तलब किया था मगर दोनों पिता-पुत्र हाजिर नहीं हुए.
-
मतभेत नहीं ईडी के साथ
टीआरपी घोटाले मामले की छानबीन कर रहे एपीआई सचिन वझे ने केंद्रीय जांच एजेसं ईडी व्दारा अपराध दर्ज किए जाने पर कहा कि हमने ही उन्हें मामले से जुडे दस्तावेज मुहैया कराए थे. हम ईडी को मामले से जुुडी सारी जानकारियां मुहैया करायेंगे. दोनों जांच एजेंसियों के बीच मतभेत की खबरें गलत हैं. बता दे कि ईडी में मामले की शिकायत मुंबई पुलिस से करने वाले हंसा ग्रुप के डिप्टी जनरल मैनेजर नितीन देवकर को पूछताछ के लिए बुलाया है.