अमरावती रेलवे स्टेशन पर फिर मिले दो लावारिस बालक
जांच-पडताल के बाद खोलापुर पुलिस के हवाले किया गया
* दोनों बालक थे चंडिकापुर के रहनेवाले
अमरावती/दि.30– अकोली नया अमरावती रेलवे स्टेशन पर बुधवार 28 अगस्त की रात 8.30 बजे के दौरान दो बालक लावारिस अवस्था में घूमते हुए दिखाई दिए. आरपीएफ के जवान सोनल इंगले ने इन बालकों को पूछताछ के बाद बडनेरा चाईल्ड लाईन के हवाले कर दिया था. जांच-पडताल में यह बालक दर्यापुर तहसील के खोलापुर थाना क्षेत्र में आनेवाले चंडिकापुर के निवासी रहने का पता चला. गुरुवार को खोलापुर पुलिस ने बडनेरा पहुंचकर लापता हुए इन दोनों बालकों को अपने कब्जे में लेकर उनके परिजनों के हवाले कर दिया.
जानकारी के मुताबिक बुधवार 28 अगस्त को अकोली नया अमरावती रेलवे स्टेशन पर अपरान्ह 4 से रात 12 बजे की शिफ्ट में महिला ऑफीसर सोनल इंगले नामक पुलिस अधिकारी ड्यूटी पर तैनात थी. ट्रेन नंबर 17641 काचीगुडा एक्सप्रेस नया अमरावती रेलवे स्टेशन से रात को रवाना होने के बाद 8.25 बजे के दौरान प्लेटफॉर्म पर दो नाबालिग बालक दिखाई दिए. इन बालकों के पूछताछ करने पर उन्होंने अपना नाम चंडिकापुर निवासी चेतन विनोद पवार (13) और मानव मुन्ना पवार (8) बताया. उनके अधिक पूछताछ करने पर उन बालकों ने बताया कि, वें लोग गलती से दूसरी ट्रेन में बैठ गए और यहां तक पहुंच गए. तब सोनल इंगले ने ड्यूटी ऑफीसर सहायक उपनिरीक्षक संदीप घोलप को घटना की फोन पर जानकारी दी. तब घोलप तत्काल पुलिस वाहन से नया अमरावती रेलवे स्टेशन पहुंचे और आगे की कार्रवाई के लिए दोनों बालकों को अमरावती रेलवे स्टेशन के आरपीएफ थाना ले आए. थानेदार सलीम खान के निर्देश पर इन दोनों बालकों को बडनेरा चाईल्ड लाईन के हवाले किया गया. पश्चात गुरुवार 29 अगस्त को खोलापुर पुलिस स्टेशन के सहायक निरीक्षक सतीश डहाके अपने दल के साथ अमरावती आरपीएफ थाना पहुंचे और उन्होंने चंडिकापुर के दो बालक लापता होने की जानकारी दी. यह दोनों बालक चंडिकापुर के समाज मंदिर के पास खेलने गए थे और वहां से लापता हो गए. निशा पवार की शिकायत पर खोलापुर थाने में मामला भी दर्ज किया गया है. आरपीएफ पुलिस ने बताया कि, इन बालकों को बडनेरा चाईल्ड लाईन के हवाले किया गया है. तब सतीश डाहाके ने बडनेरा चाईल्ड लाईन कार्यालय पहुंचकर दोनों बालकों को आवश्यक कारवाई के बाद अपने कब्जे में लिया और खोलापुर थाना ले गए. पश्चात उनके परिजनों को बुलाकर सकुशल उनके हवाले किया गया. महिला ऑफीसर सोनल इंगले की सतर्कता से लापता हुए इन बालकों को उनके परिजनों के हवाले करने में सफलता मिली.