मुंबई/दि.22– महाराष्ट्र राज्य कनिष्ठ वेतन श्रेणी एसटी कर्मचारी संगठना द्वारा हड़ताल पीछे लेने की घोषणा करने के बाद भी और कार्रवाई पीछे लेने का आश्वासन एसटी महामंडल की ओर से दिए जाने के बाद भी मंगलवार को 68 हजार कर्मचारी हड़ताल पर थे. काम पर लौटने के लिए कर्मचारियों को दो दिन का अंतिम समय दिए जाने के साथ ही अन्यथा फिर से कार्रवाई की जाएगी.
एसटी महामंडल राज्य शासन में विलीन करने की मांग को लेकर गत डेढ़ महीने से कर्मचारियों की हड़ताल जारी है. हड़ताल की नोटीस देने वाले महाराष्ट्र राज्य कनिष्ठ वेतन श्रेणी एसटी कर्मचारी संगठना ने सोमवार को हड़ताल पीछे लेने की घोषणा एसटी महामंडल के साथ हुई बैठक पश्चात की. इस समय निलंबन, सेवा समाप्ती आदि कार्रवाई पीछे लेने पर भी चर्चा की गई. महामंडल ने यह कार्रवाई पीछे लेने का आश्वासन देने के बाद मंगलवार को इस संदर्भ में परिपत्रक निकाला गया.
नियमबाह्य आंदोलन में सहभागी हुए कर्मचारियों ने 22 दिसंबर तक व जो कर्मचारी मराठवाड़ा, अमरावती, नागपुर में कार्यरत हैं, ऐसे कर्मचारियों को 23 दिसंबर तक ड्युटी पर उपस्थित रहने कहा गया. दी गई समय मर्यादा में आगार में उपस्थित होने वाले कर्मचारियों को ही ड्युटी में उपस्थित कर काम देने के आदेश कार्यशाला व्यवस्थापक, विभाग नियंत्रक को परिपत्रक से दिए गए हैं.
आगार का यातायात पूर्ववत शुरु होने के बाद उपस्थित हुए कर्मचारियों का निलंबन तुरंत पीछे लिया जाये, वहीं जिन कर्मचारियों की सेवा समाप्त की गई है, उन पर की गई कार्रवाई पीछे लेने कहा गया है. हड़ताल के समय बदली रद्द करते समय दाखल किए अपराध भी पीछे लेने हेतु परिपत्रक में कहा गया है. इस संदर्भ में एसटी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 23 दिसंबर तक कर्मचारी उपस्थित होने की प्रतीक्षा महामंडल करेगा. पश्चात फिर से कार्रवाई की शुरुआत होगी. मात्र इस पर अंतिम निर्णय एसटी महामंडल फिर से लेगा.