महाराष्ट्रयवतमाल

बचाव के लिए दौडे युवक सहित दो युवतियों की पैनगंगा में डूबकर मौत

यवतमाल जिले की घटना, सावलेश्वर गांव में शोक व्याप्त

यवतमाल/दि.27– कपडे धोने के लिए नदी पर गई दो किशोरी पानी में डूब गई. इन दोनों नाबालिगो को बचाने के लिए दौडे 16 वर्षीय युवक की भी नदी में डूबने से मृत्यु होने की घटना यवतमाल जिले के उमरखेड तहसील के सावलेश्वर ग्राम की पैनगंगा नदी में बुधवार को दोपहर 12 बजे के दौरान घटित हुई. एकसाथ तीन विद्यार्थियों की पानी में डूबने से मृत्यु होने के कारण गांव में शोक व्याप्त है.
जानकारी के मुताबिक सावलेश्वर ग्राम में मामा के घर शिक्षा के लिए आई कावेरी गौतम मुनेश्वर (15) और उसकी सहेली अवंतिका राहुल पाटिल (14) यह दोनों किशोरी गांव के पास से बहनेवाली पैनगंगा नदी पर कपडे धोने के लिए गए थे. कपडे धोना होने के बाद दोनों नहाने के लिए पानी में उतरे. पानी की गहराई का अनुमान न रहने से दोनों किशोरी नदी में डूब गई. उन्होंने सहायता के लिए चिखना शुरु किया. यह आवाज सुनकर वहां मौजूद चेतन देवानंद कालबांडे (16) और शुभम सिद्धार्थ कालबांडे (22) दोनों सहायता के लिए दौडे. दोनों ने नदी में छलांग लगाई. लेकिन भयभीत कावेरी और अवंतिका ने बचाने के लिए आए चेतन को मजबूत पकडकर रखा. इस कारण चेतन कालबांडे सहित तीनों की पानी में डूबने से मृत्यु हो गई. इस घटना की जानकारी मिलते ही ग्रामवासी नदी की तरफ दौड पडे. शुभम को बचाने में ग्रामवासियों को सफलता मिली. चारों को नदी से बाहर निकालकर तत्काल ढाणकी के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में लाया गया. डॉक्टरो ने कावेरी, अवंतिका और चेतन को मृत घोषित किया. शुभम पर प्राथमिक उपचार किया गया. वहां से उसे आगामी उपचार के लिए यवतमाल रेफर किया गया. इस घटना के कारण सावलेश्वर गांव में शोक व्याप्त है. तीनों मृतको का पोस्टमार्टम ढाणकी के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में किया गया. गुरुवार 27 जून को तीनों की शोकाकुल वातावरण में अंत्येष्टि की गई.

* चेतन की मृत्यु से मां पर संकट
– अवंतिका यह सावलेश्वर की जिला परिषद शाला में कक्षा 8 वीं में थी और कावेरी के माता-पिता पुणे में मजदूरी का काम करते है. इसके पूर्व वह पुणे में शिक्षा ले रही थी.
– लेकिन आगामी शिक्षा के लिए वह सावलेश्वर ग्राम अपने मामा के यहां आई थी.
– चेतन देवानंद कालबांडे ने सावलेश्वर के श्रीमती आनंदीबाई माधवराव रावते विद्यालय में कक्षा 11 वीं में हाल ही में प्रवेश लिया था.
– चेतन पिता का कुछ दिन पूर्व ही सांप के काटने से निधन हो गया है. तब से चेतन को केवल मां का ही सहारा था. चेतन की मां रोज मजदूरी की काम पर जाकर अपने बेटे को पढा रही थी.
– लेकिन बुधवार की घटना में दो किशोरियों को बचाने के लिए दौडे चेतन की भी पानी में डूबने से मृत्यु होने के कारण चेतन की मां पर भारी संकट आन पडा है.

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