ताडोबा में भिड गए दो बाघ, एक की मौत, दूसरा घायल

चंद्रपुर/दि.13 – अधिवास और मादा बाघ पर अधिकार की लडाई को लेकर ताडोबा अभयारण्य में दो बाघ एक-दूसरे के साथ भिड गए और इस संघर्ष में जहां एक बाघ की मौत हो गई, वहीं दूसरा बाघ गंभीर रुप से घायल हुआ. यह घटना ताडोबा अंधारी व्याघ्र प्रकल्प के बफर क्षेत्र अंतर्गत रामदेगी वन परिसर में घटित हुई है.
बता दें कि, छोटा मटका व नयनतारा जैसे बाघों के चलते रामदेगी क्षेत्र पर्यटकों की पहली पसंद बना हुआ है तथा नयनतारा नामक मादा बाघ अपनी नीली आंखों के चलते काफी प्रसिद्ध हैं. वहीं इस परिसर में विगत कुछ वर्षों से छोटा मटका नामक नर बाघ का भी अधिवास है. जो किसी भी अन्य बाघ को इस परिसर में नहीं आने देता. बल्कि यहां आनेवाले प्रत्येक नए बाघ के साथ छोटा मटका का खूनी संघर्ष हुआ है और ऐसी खूनी भिडंत में छोटा मटका ने अब तक बजरंग एवं मोगली नामक नर बाघों को मार गिराया. वहीं विगत कुछ दिनों से इस परिसर में वीरभद्र एवं ब्रह्मा नामक दो बाघ आ रहे है. जो नयनतारा नामक मादा बाघिन के साथ मेटिंग का प्रयास करते है. बीती रात इस परिसर में स्थित मचानों से वन्य प्राणी गणना का काम जारी रहते समय रात साढे 7 से 8 बजे के आसपास ब्रह्मा व छोटा मटका के बीच जोरदार झडप हुई और दोनों बाघ एक-दूसरे पर टूट पडे. इस समय दोनों बाघों की भीषण गर्जना से पूरे परिसर में अच्छा-खास भय व्याप्त हो गया था और इस लडाई में ब्रह्मा नामक नर बाघ की मौत हो गई. वहीं छोटा मटका नामक बाघ गंभीर रुप से घायल हुआ. ब्रह्मा नामक बाघ को मारकर जब छोटा मटका बाहर आया तो उसका मुंह पूरी तरह रक्त से सना हुआ था और उसके अगले पांव में गंभीर जख्म भी हुई थी. जिसके चलते वह ठीक से चल भी नहीं पा रहा था. आज सुबह जंगल सफारी से वापिस लौट रहे पर्यटकों ने यह देखते ही इसकी सूचना वन कर्मचारियों को दी. इसके बाद वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी तत्काल घटनास्थल पर पहुंचे और मौके का पंचनामा किया गया, इसके बाद यह पूरी घटना सामने आई.

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