गडचिरोली/दि.12 – जिले के भामरागढ तहसील के विख्यात बिनागुंडा के राजीरप्पा झरने में तैरने के लिए गये दो पर्यटकों की डूबने से मृत्यु हो गई. यह सनसनीखेज घटना 11 जून को दोपहर के दौरान घटित हुई. मृतकों के नाम चंद्रपुर निवासी नवनीत धात्रक (28) और भामरागढ निवासी बादल हेमके (39) है.
जानकारी के मुताबिक महाराष्ट्र और छत्तीसगढ राज्य की सीमा पर बारहमाह बहने वाला राजीरप्पा झरना है. लाहेरी से 18 किमी दूरी पर यह झरना आता है. काफी संकरा और कठिन रास्ता इसका है. इसके बावजूद अनेक पर्यटक दुपहिया और स्थानीय स्तर के चारपहिया वाहन किराये से लेकर झरना देखने जाते है. भामरागढ तहसील के पर्यटन स्थलों को भेंट देने के लिए चंद्रपुर जिले के नवनीत धात्रक, पत्नी मयुरी धात्रक, नेहा बादल हेमके और बेटी तथा उनके दोस्त नानू साडवे अपने परिवार के साथ 10 जून को गये थे. शाम के समय तहसील मुख्यालय के पर्यटन स्थल को भेंट देकर रात में बादल हेमके के यहां मुक्काम किया गया. सुबह सभी लोग ताडगांव से चारपहिया वाहन किराये से लेकर बिनागुंडा गये. झरने के पानी में सभी लोग स्नान कर रहे थे, तब बादल हेमके का साला नवनीत धात्रक गहरे पानी में डूब रहा था. यह नजारा देखते ही बादल हेमके उसे बचाने का प्रयास करने लगा. इस प्रयास में दोनों डूब गये और उनकी मृत्यु हो गई. तत्काल हेमके और साबले की पत्नी ने लाहेरी गांव पहुंचकर आपबीती सुनाई और ग्रामवासियों को सहायता करने कहा. नागरिकों की सहायता से दोनों शव बाहर निकाले गये. मामले की शिकायत लाहेरी पुलिस सहायता केंद्र में की गई है. दोनों मृतकों के शव पोस्टमार्टम के लिए भामरागढ के ग्रामीण अस्पताल में भेजे गये है. पुलिस ने आकस्मिक घटना दर्ज की है.
* नवनीत का चार दिन पूर्व ही हुआ था विवाह
इस घटना में मृत नवनीत धात्रक का मयूरी के साथ 7 जून को यानि 4 जून पूर्व ही विवाह हुआ था. बादल हेमके का मूल गांव आरमोरी है. वह पिछले 3 साल से भामरागढ तहसील के पल्ली ग्रामपंचायत के सचिव पद पर कार्यरत है. उसकी पत्नी नेहा यह चंद्रपुर जिला मुख्यालय में महावितरण कंपनी में लिपिक पद पर कार्यरत है. जबकि साला नवनीत धात्रक भी चंद्रपुर का रहने वाला है. उसकी पत्नी मयुरी यह गडचिरोली जिला मुख्यालय में महिला व बाल अस्पताल में परिचारिका पद पर कार्यरत है.