हमसे पूछे बिना उद्धव ने लिया था इस्तीफे का फैसला
राकांपा सुप्रीमो शरद पवार का खुलासा
मुंबई/दि.11 – तीन अलग-अलग दलों ने एक साथ आकर महाविकास आघाडी की सरकार बनाई थी और सरकार में तीनों दलों का सहभाग था. ऐसे में यदि कोई इस्तीफा देना चाहता था, तो उसने इस बारे में अन्य सहकारी दलों से चर्चा करनी चाहिए थी. क्योंकि बिना चर्चा किए फैसला लेने के काफी दुष्परिणाम होते है. दुर्भाग्य से तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अपने पद से इस्तीफा देते समय अपने सहयोगी दलों के साथ कोई चर्चा नहीं की. यह अपने आप में एक हकीकत है. इस आशय का खुलासा महाविकास आघाडी के नेता व राकांपा सुप्रीमो शरद पवार द्बारा किया गया.
एक मराठी न्यूज चैनल के साथ बातचीत के दौरान उपरोक्त प्रतिपादन करने के साथ ही राकांपा सुप्रीमो शरद पवार ने भाजपा व ठाकरे गुट के बीच चल रहे व्यक्तिगत स्तर के आरोप प्रत्यारोप को लेकर भी अपनी नाराजगी जताई और कहा कि, राजनीतिक मामलों में व्यक्तिगत टिका टिपणी नहीं होनी चाहिए.