विद्रोह के बाद मुझे भी सीएम बनाने तैयार थे उद्धव
ऑफर मिलने का एकनाथ शिंदे का दावा
* दिल्ली भी किया था संपर्क
नाशिक /दि. 3- शिवसेना में विद्रोह के बाद उद्धव ठाकरे ने मुझे मुख्यमंत्री पद की ऑफर दी थी, ऐसे उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के दावे के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी दावा किया है. शिंदे ने कहा कि, हम बाहर निकले तो उद्धव ठाकरे ने उन्हें फोन कर मुख्यमंत्री पद ऑफर किया था. यह भी दावा किया कि, ठाकरे ने दिल्ली में संपर्क कर कहा था कि, इन्हें (शिंदे) क्यों लेते, हम ही आपके साथ आ जाते, ऐसा संदेश दिया था. किंतु उनके पास शिवसेना बची नहीं थी. 50 विधायक मेरे साथ आ गए थे. इसलिए फडणवीस ने जो कहा है, वह वस्तुस्थिति है, यह दावा एकनाथ शिंदे ने किया. शिंदे कहा कि, और भी बहुत सारे बातें हैं. अब उस पर बोलना नहीं चाहता, यह कहते हुए शिंदे ने उद्धव ठाकरे को चेतावनी दी.
गुरुवार को मुख्यमंत्री पार्टी के प्रत्याशी का नामांकन दाखिल करने नाशिक दौरे पर आए थे, उस समय संवाददाता से बात कर रहे थे. उन्होंने दावा किया कि, उद्धव ठाकरे ने हमें फोन किया था, किंतु मुख्यमंत्री बनने के लिए मैंने निर्णय नहीं किया था. बालासाहब के विचारों को तिलांजलि दी गई थी, उस समय वैचारिक भूमिका लेकर ही हम अलग हुए थे.
एकनाथ शिंदे ने कहा कि, विपक्ष के पास अब गालियां बकना और ताने मारना, इतना ही काम बचा है. चुनाव के बाद तो उनके पास कुछ भी नहीं रहेगा. सरकार बदल गई है, यह सच्चाई भी विपक्ष स्वीकार करने तैयार नहीं है.
सीएम शिंदे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करते हुए कहा कि, जो काम कांग्रेस नहीं कर सकी वह मोदी ने कर दिखाया है. महायुति ने भी दो वर्षो में काफी काम किए है. जिससे वोटर्स हमारे काम से प्रभावित होकर मतदान करेंगे. तथापि शिंदे ने स्पष्ट किया कि चुनाव सामने रखकर महायुति काम नहीं करती. हमारा काम 24 घंटे शुरू रहता है. उन्होंने कटाक्ष किया कि हम घर बैठेे अथवा फेसबुक लाइव कर काम नहीं करते. प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि ठाणे में नरेश म्हस्के को टिकट देने के बाद संजीव नाइक के पदाधिकारियों का रोष का सामना करना पड रहा है. हमारे लोगों ने नाइक स चर्चा की है. वे महायुति का काम करेंगे. महायुति नरेंद्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने और देश को महासत्ता बनाने के लिए यह चुनाव लड रही है.