महाराष्ट्र

कक्षा १० वीं व १२ वी की परीक्षाओं को लेकर अनिश्चितता

स्कूल व कॉलेज शुरू होने के बाद ही होगा निर्णय

 पुणे/दि.२७ – समूची दूनिया को अपनी चपेट में लेनेवाली कोरोना की संक्रामक बीमारी का सर्वाधिक प्रभाग शिक्षा क्षेत्र पर पडा है और राज्य में शैक्षणिक सत्र का नियोजन पूरी तरह से गडबडा गया है. प्रतिवर्ष फरवरी व मार्च माह में राज्य शिक्षा मंडल द्वारा कक्षा १० वीं व १२ वीं की परीक्षाएं ली जाती है. किंतु इस समय तक सभी स्कुल व कॉलेज पूरी तरह से बंद है. ऐसे में इन दोनों परीक्षाओं को लेकर काफी हद तक अनिश्चितता का माहौल देखा जा रहा है. स्कूल व कॉलेज कब शुरू होते है, इस पर परीक्षा से संबंधित निर्णय निर्भर करेगा.
बता दें कि, कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए इस समय तक राज्य में स्कुल व कॉलेज शुरू नहीं किये गये है, बल्कि ऑनलाईन पध्दति से शिक्षा चल रही है, और जहां पर संभव है वहां शिक्षक गांव में जाकर बच्चों को पढा रहे है. गत वर्ष कक्षा १० वीं व १२ वीं की परीक्षाएं अपने निर्धारित समय पर ही शुरू हुई थी और कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए कक्षा १० वीं के भूगोल विषय का अंतिम पेपर रद्द करना पडा था. पश्चात कोरोना काल व लॉकडाउन की वजह से परीक्षा परिणाम घोषित करने में काफी विलंब हुआ था. प्रतिवर्ष ग्रीष्मकालीन परीक्षा में अनुत्तीर्ण रहनेवाले विद्यार्थियों सहित श्रेणी सुधार करने के इच्छूक विद्यार्थियों के लिए जुलाई व अगस्त माह में १० वीं व १२ वीं की पुनर्परीक्षा होती है, जो इस बार २० नवंबर से ली जायेगी. ऐसे में पूरी उम्मीद है कि, आगामी फरवरी व मार्च माह में ली जानेवाली शैक्षणिक सत्र २०२०-२१ की ग्रीष्मकालीन परीक्षाएं भी कुछ समय के लिए आगे टाली जा सकती है. बता दें कि, राज्य शिक्षा मंडल द्वारा ली जानेवाली कक्षा १० वीं व १२ वीं की परीक्षा हेतु आवेदन प्रक्रिया प्रतिवर्ष अक्तूबर माह में शुरू हो जाती है और विद्यार्थियों के आवेदन उनकी शालाओें व कनिष्ठ महाविद्यालयों में उनके शिक्षकों द्वारा आवश्यक पडताल करते हुए भरे जाते है. qकतु इस बार अब तक परीक्षाओं को लेकर राज्य शिक्षा मंडल द्वारा कोई निर्णय नहीं लिया गया है. साथ ही कोरोना संक्रमण के खतरे को ध्यान में रखते हुए शाला व महाविद्यालय पूरी तरह से बंद है. जिन्हें कब तक शुरू किया जायेगा, यह सरकार की ओर से फिलहाल स्पष्ट नहीं किया गया है. ऐसे में कक्षा १० वीं व १२ वीं की परीक्षाओं को लेकर काफी संभ्रमवाली स्थिति है.

ऑनलाईन आवेदन की अनुमति नहीं

यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि कक्षा १० वीं व १२ वीं की आवेदन प्रक्रिया अपने आप में बेहद संवेदनशिल मानी जाती है. विद्यार्थियों द्वारा भरे गये आवेदन शालास्तर पर जांचने के बाद विभागीय मंडल व राज्य मंडल के पास भेजे जाते है. ऐसे में परीक्षा के दौरान गलत बातों को टालने हेतु आवेदन भरने की प्रक्रिया को ऑनलाईन तरीके से करना बिल्कूल भी संभव नहीं है, ऐसा राज्य शिक्षा मंडल के एक अधिकारी का कहना रहा.

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