मुंबई/दि. 26 – भारतीय फिल्म उद्योग में सबसे ज्यादा ड्रग्स बेचे जाते हैं. भारतीय फिल्म उद्योग में सफाई होनी बहुत जरूरी है. आर्यन खान के खिलाफ सबूत पुख्ता हैं, इसीलिए उन्हें अब तक जमानत नहीं मिली है. यह बयान केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने मंगलवार को दिया है. केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास आठवले ने यह बयान एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए दिया. आठवले ने कहा कि फिल्म उद्योग में ड्रग्स के धड़ल्ले से हो रहे इस्तेमाल पर रोक लगानी होगी. इस स्थिति में बदलाव लाना जरूरी है. रामदास आठवले ने यह भी कहा कि ड्रग्स का इस्तेमाल करने वालों को नशामुक्ति केंद्रों में भेजा जाए. उन्हें अरेस्ट नहीं किया जाए. जेल नहीं भेजा जाए.
रामदास आठवले ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, ” जो शराब पीते हैं, सिगरेट लेते हैं उन्हें जेल नहीं भेजा जाता है. लेकिन अगर किसी के पास कितनी भी मात्रा में ड्रग्स बरामद होता है, उन्हें जेल भेजा जाता है. इस स्थिति में बदलाव होना जरूरी है. हमारे मंत्रालय का सुझाव है कि जो ड्रग्स का इस्तेमाल करते हैं उन्हें सही स्वास्थ्य सेवा देने के लिए पुनर्वसन केंद्र या नशामुक्ति केंद्र भेजा जाना चाहिए. तभी स्थिति में सुधार होगा.”
सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद फिल्म उद्योग में ड्रग्स का बड़े पैमाने पर चलन का मुद्दा सामने आया. रामदास आठवले ने कहा कि आर्यन खान पर हुई कार्रवाई में कोई पक्षपात नहीं किया गया है. उनके खिलाफ बहुत सारे सबूत हैं. यही वजह है कि उन्हें मजिस्ट्रेट कोर्ट और सेशंस कोर्ट से जमानत नहीं मिली है. ईडी, सीबीआई, एनसीबी की छापेमारी में अगर कोई दोषी पाया जाता है, तो उन पर आगे भी कार्रवाई होगी.
रामदास आठवले ने कहा कि नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ड्रग्स के खिलाफ सही दिशा में कार्रवाई कर रही है और मजबूती से कार्रवाई कर रही है. कई लोग गिरफ्तार किए गए हैं. हिरासत में लिए गए हैं. उनसे पूछताछ की गई है. सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले के बाद बड़ी तादाद में इस तरह की घटनाएं सामने आई हैं. ड्रग्स का बढ़ता हुआ प्रचलन अफसोस जनक है. इसपर जितनी जल्दी हो सके रोकथाम जरूरी है.