महाराष्ट्र

गरीबों को मुफ्त में टीका, अमीर खरीदकर लगवाएं : टोपे

ब्रेक द चेन के तहत मई में पाबंदियों को और सख्त कर सकती है सरकार

मुंबई/दि.23 – प्रदेश की महाविकास आघाड़ी सरकार राज्य में सख्त लॉकडाऊन लागू करने की दिशा मेंं धीरे-धीरे आगे बढ़ रही है. राज्य में फिलहाल लॉकडाऊन जैसी सख्ती लागू है. लेकिन सरकार ने ब्रेक द चेन के तहत मई महीने में पाबंदियों को और सख्त करेगी. गुरुवार को प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने इसके संकेत दिये हैं.
पत्रकारों से बातचीत में टोपे ने कहा कि राज्य में 18 से 45 साल आयु वर्ग के गरीब लोगों को मुफ्त में टीका उपलब्ध कराने का प्रयास किया जाएगा. इसके लिये स्वास्थ्य विभाग की ओर से राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में प्रस्ताव रखा जाएगा. टोपे ने कहा कि राज्य में कौन से समूहों को मुफ्त में टीका देना है, और किन लोगों को खरीदकर टीका लगवाना होगा, इस पर मंत्रिमंडल में अंतिम फैसला होगा. लेकिन मेरी स्पष्ट भूमिका है कि अमीर लोग टीका खरीदकर लगवाएं.
टोपे ने बताया कि मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे ने टीका खरीदने के लिये सीरम संस्थान के सीईओ आदर पूनावाला से बात की है. लेकिन पूनावाला ने बताया कि केंद्र सरकार 24 मई तक सीरम की कोविशील्ड वैक्सीन खरीदने वाली है. इसलिए राज्य को 18 से 45 आयु वर्ग वालों के लियेसीरम का कोरोनारोधी टीका नहीं मिल सकता है. अब मुख्यमंत्री और सरकार के वरिष्ठ अधिकारी भारत बायोटेक फार्मा की कोवैक्सीन खरीदने के लिये संबंधित लोगों से चर्चा कर रहे हैं. लेकिन भारत बायोटेक ने अभी तक यहतय नहीं किया है कि राज्यों को कितने रुपए में वैक्सीन बेचनी है. टोपे ने कहा कि चीन, रुस और अमेरिका की वैक्सीन की दर भारत के मुकाबले आठ से दस गुना महंगी है.लेकिन यदि विदेशी वैक्सीन कुछ कम दर पर मिलती है तो सरकार उसे खरीदने पर विचार कर सकती है.

केंद्र से सिर्फ 26 हजार रेमडेसिविर इंजेक्शन मिल रही

टोपे ने कहा कि केंद्र सरकार ने राज्य को 30 अप्रैल तक हर रोज 26 हजार रेमडेसिविर इंजेक्शन उपलब्ध कराने का फैसला लिया है. इस फैसले से राज्य के सामने चुनौती बढ़ गई है. क्योंकि राज्य में फिलहाल हर रोज 60 हजार रेमडेसिविर इंजेक्शन की जरुरत पड़ने वाली है. टोपे ने कहा कि विदेश से आयात करके रेमडेसिविर इंजेक्शन को लाना मुश्किल है. निर्यात के लिये रोके गये स्टॉक में से वितरण का अधिकार केंद्र सरकार को है. इसलिए केंद्र सर कार उत्पादनक कंपनियों से अधिक उत्पादन कराकर इंजेक्शन उपलब्ध करा सकती है.

Related Articles

Back to top button