महाराष्ट्र

दसवी की परीक्षा न लेते हुए अंतर्गत मूल्यमापन किया जाए

शाला संस्था चालक संघ की शिक्षामंत्री से मांग

मुंबई/दि.२५ – राज्य व देशभर में 10 व 12 वीं की परीक्षा को लेकर संभ्रम की स्थिति में पालक हाईकोर्ट व सुप्रिमकोर्ट तथा केंद्रीय शिक्षा विभाग में भी इस संदर्भ को लेकर उहापोह शुरु है. दसवी की परीक्षा रद्द किए जाने का निर्णय राज्य सरकार द्बारा लिया गया था. जिसे कायम रखने की मांग मराठी अभ्यास केंद्र से संलग्न मराठी शाला संस्था संचालक संघ ने राज्य की शिक्षामंत्री वर्षा गायकवाड से की है. उन्होंने इस संदर्भ में शिक्षामंत्री वर्षा गायकवाड को कुछ पर्याय भी सुझाए है.
दसवी की परीक्षा का निर्णय न्याय प्रविष्ट होने की वजह से अंतिम निर्णय लेने में देरी होगी. अब विद्यार्थियों के मूल्यमापन समय पर करने होंगे. जिसमें उनके शैक्षणिक वर्ष का प्रश्न निर्माण हुआ है. मूल्यमापन के स्वरुप व अभ्यासक्रम किस प्रकार होगा मूल्यमापन को लेकर पालक व विद्यार्थियों के सामने अनेकों प्रश्न निर्माण हो रहे है. कोरोना महामारी की वजह से सभी व्यवस्थाएं बिगड चुकी है. विद्यार्थियों तक ऑनलाइन शिक्षा न पहुंचने की वजह से अंको को लेकर भी प्रश्न उपस्थित हो रहा है. ऐसा मत संस्था चालक संघ ने स्पष्ट किया है. शाला स्तर पर मूल्यमापन कर प्रश्नों का निराकरण किया जाए ऐसी मांग मराठी शाला संस्था चालक संघ द्बारा राज्य की शिक्षामंत्री वर्षा गायकवाड से की है.

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