मुंबई/दि.27-लोकसभा चुनाव को कुछ माह रहते राज्य में महाविकास आघाडी के घटकदलों की तरफ से सीटों के वितरण बाबत खींचतान शुरू है. महाविकास आघाडी में कांग्रेस समेत ठाकरे गुट और एनसीपी के शरद पवार गुट प्रमुख दल है. जबकि प्रकाश आंबेडकर की वंचित बहुजन आघाडी को भी साथ लेने के प्रयास शुरू है. वंचित ने 12 सीटों की मांग की है. इस पृष्ठभूमि पर संजय राउत ने महत्वपूर्ण विधान करते हुए महाविकास आघाडी के 21 सीटो के वितरण का फार्मूला स्पष्ट कर बताया है. साथ ही नरेंद्र मोदी की पराजय करने के लिए प्रकाश आंबेडकर को विशेष आव्हान भी किया है.
आज पत्रकार परिषद के माध्यम से पत्रकारों से बातचीत करते समय वंचित की तरफ से 12 सीटों की मांग बाबत प्रश्न पूछा गया तब संजय राउत ने मविआ के सीटों के वितरण बाबत फार्मूले की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि यह चर्चा हम अखबारों मेेंं देख रहे है. जीता उसकी सीट यह हमारा सूत्र है. प्रकाश आंबेडकर से जब चर्चा होती हे तब हमने उन्हें भी यह बताया है. महाविकास आघाडी मेंं सीटों के वितरण पर से कोई भी खीचंतान नहीं है. वैसा ही आगे भी रहनेवाला है. सीटों का वितरण यह निर्वाचित होने की क्षमता और अच्छे उम्मीदवार पर से होगा. कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना उबाठा के बीच इस भूमिका को लेकर सभी एकमत है. साथ ही इस बाबत राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे और शरद पवार भी एकमत है. इसके अलावा उध्दव ठाकरे की भी इसे मंजूरी है. इस सूत्रों के मुताबिक ही हम आगे जा रहे हैं, ऐसा संजय राउत ने कहा.
संजय राउत ने आगे कहा कि वंचित बहुजन आघाडी को नरेंद्र मोदी की तानाशाही के विरोध में लडना है. नरेंद्र मोदी यदि फिर से सत्ता में आए तो यह देश तानाशाही की खाई में डूब जायेगा और विपक्ष को तिहाड में बैठना पडेगा. प्रकाश आंबेडकर की भूमिका यह देश के लिए बडा मंत्र है. डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के वे पोते है. इस कारण मुझे ऐसा लगता है कि इस संविधान का महत्व उन्हें सर्वाधिक पता हैं. इस अवसर पर स्वतंत्रता की लडाई में भाजपा के सहभाग को लेकर संजय राउत ने फिर जोरदार टिप्पणी की. देश ने स्वतंत्रता के लिए 150 वर्ष संघर्ष किया. इन 150 वर्षो की लडाई में यह लोग कहीं नहीं थे. मुझे अब किसी का ना नहीं लेना है, ऐसा भी संजय राउत ने कहा.