शेगांव के लिए पुणे और मुंबई से वंदे भारत
भक्तों को सुविधाजनक यात्रा का अवसर
* राज्य में हो जायेगी 17 वंदे भारत एक्सप्रेस
शेगांव/दि. 19- संत गजानन महाराज के पुणे और मुंबई में रहनेवाले श्रध्दालुओं के लिए शुभ समाचार है. रेलवे शीघ्र ही शेगांव के लिए इन दोनों शहरों से वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन शुरू करने जा रहा है. इसके साथ ही महाराष्ट्र में वंदे भारत एक्सप्रेस सेवा की संख्या 17 तक पहुंच जायेगी. उल्लेखनीय है कि हाल के वर्षो में भारतीय रेलवे ने नेत्र दीपक प्रगति की है. वंदे भारत एक्सप्रेस सुविधापूर्ण एवं आरामदायक रेल यात्रा का शानदार पर्याय बनकर उभरी है. इसी श्रेणी की अब तक देशभर में 65 ट्रेने चल रही है. भारतीय रेल की कायापलट हो गई है.
* इन मार्गो पर चल रही वंदे भारत
वंदे भारत एक्सप्रेस संपूर्ण एसी रहने के साथ इसमें चेयर कार होती है. अब स्लीपर कोच भी बन रहे हैं. स्लीपर कोच वाली ट्रेने अति शीघ्र शुरू करने का दावा रेल अधिकारियों ने किया है. इस बीच बता दे कि नागपुर से इंदौर, सिकंदराबाद और बिलासपुर के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस शुरू हो गई है. सफर तेजी से पूर्ण होने के साथ काम निपटाकर उसी दिन लौटा जा सकता है. इसलिए यात्री थोडा अधिक किराया रहने पर भी वंदे भारत एक्सप्रेस की यात्रा को वरियता दे रहे हैं.
* इन मार्गो के प्रस्ताव
मुंबई से शेगांव, पुणे से शेगांव, पुणे से बेलगांव, पुणे से बडोदा, पुणे से सिकंदराबाद और मुंबई- कोल्हापुर मार्ग पर वंदे भारत एक्सप्रेस के प्रस्ताव रहने की जानकारी है. देश के प्रमुख शहरों से वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन शुरू करने के प्रस्ताव लगातार बढ रहे हैं.
* अकोला, बडनेरा तक विस्तार ?
शेगांव के लिए पुणे और मुंबई से वंदे भारत एक्सप्रेस शुरू होेने की घोषणा हुई है. घोषणा शीघ्र क्रियान्वित हो सकती है. ऐसे में अभी से ही वंदे भारत ट्रेन को अकोला या बडनेरा तक विस्तार देने की डिमांड शुरू हो गई है. यात्रियों का दावा है कि अकोला या बडनेरा तक विस्तार देने से वंदे भारत को अच्छा प्रतिसाद मिलेगा. यहां के गजानन भक्तों को भी भला लगेगा. बहरहाल रेलवे ने इस पर अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. वंदे भारत एक्सप्रेस शेगांव के लिए मुंबई और पुणे के रेल डिवीजन द्बारा संचालित होने से उसके विस्तार की संभावना वहां के अधिकारी देखेंगे. अधिकारियों ने इतना जरूर कहा कि गजानन भाविकों की बडी संख्या देखते हुए शेगांव गाडी को अच्छा रिस्पॉन्स मिलने की उम्मीद हैं.