मुुंबई/दि.18 – बंगाल के उपसागर में कम दबाब का पट्टा निर्माण होने से आगामी दो दिनों में मराठवाडा और उत्तर महाराष्ट्र में मूसलाधार बारिश का अनुमान व्यक्त किया जा रहा है. मौसम विभाग की ओर से जारी अलर्टनुसार 17 अगस्त को राज्य के विविध क्षेत्र में मानसून ने उपस्थिति दर्ज की है. विशेष रूप से विदर्भ के अनेक क्षेत्र में जोरदार बारिश हुई है. इस बारिश के कारण खेत परिसर के काम में गति मिलेगी विदर्भ के किसान राजा को बारिश वापस आने से संतुष्टि मिली है.
इस दौरान विदर्भ के कुछ जिले को छोडकर सभी जिले में कहीं जोरदार बारिश तो कही कम बारिश हुई है. बंगाल के उपसागर में कम दबाब का क्षेत्र होने से उसका प्रभाव विदर्भ सहित मध्य भारत में होता है. मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटे में आकाश में बदरीला वातावरण रहेगा और दो से तीन दिन कुछ स्थानों पर मूसलाधार बारिश होने का अनुमान व्यक्त किया है.
अकोला में 11 दिन बाद जोरदार बारिश हुई. जिले में सुबह से बदरीला वातावरण है. आज जोरदार बारिश हुई. इस बारिश के कारण फसल अच्छी होगी. नागपुर में लगभग 20 दिनों की प्रतीक्षा के बाद जोरदार मानसून का आगमन हुआ है. भरी दोपहर को आए मानसून के कारण शहरवासियों में भागदौड़ मच गई. किंतु किसानों के लिए यह मानसून संजीवनी रहेगा.
महिने भर से मानसून न आने से किसानों की चिंता बढ़ गई थी. किसानों ने कृत्रिम सिंचाई व्यवस्था करके फसलें उंगाई. मौसम विभाग ने 15 अगस्त को मौसम का अनुमान लगाया था. आज सुबह से अमरावती में ुकुछ जगहों पर मूसलाधार बारिश हुई. अमरावती जिले में कुछ जगह पर ध्ाुआंधार बारिश हुई. बारिश आने से खेत की फसलों को संजीवनी मिलेगी. विदर्भ के प्रकल्प में जलसंग्रह बढेगा. मौसम विभाग ने तीन दिनों तक मानसून का अनुमान लगाया है. यवतमाल जिले में आज 15 दिनों बाद मानसून ने हाजरी लगाई है. जिसके कारण किसानों को राहत मिली है.
बुलढाणा, वाशिम, जालना, बीड, अहमदनगर, पालघर, ठाणे, मुंबई, रायगड, रत्नागिरी इन जिले में 18 अगस्त के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है.