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दूध पी रहे नंदी का वीडियो वायरल

कल्याण के खडेगोवली साई मंदिर में उमडें भाविक

डोंविवली/दि.13- गणपति की मूर्ति दूध पी रही है, ऐसी घटना ने काफी वर्षो पहले हडकंप मचाया था. अब महादेव का वाहन माना जाता नंदी दूध पी रहा है, ऐसी घटना देखने मिली है. कल्याण में साई बाबा मंदिर की नंदी की मूर्ति दूध पी रही है की खबर हवा जैसी फैली और मंदिर में नंदी के दर्शन हेतु भाविक उमड पडे. किंतु अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति ने इस मामले को अंधश्रद्धा बढानेवाला निरुपित किया है.
कल्याण पूर्व के खडेगोलवली कैलाश नगर स्थित साई बाबा मंदिर में बुधवार को यह घटना हुई. मंदिर में महादेव की पिंड और उसके सामने नंदी की मूर्ति है. यह नंदी दूध और पानी ग्रहण कर रहा है, ऐसा वीडियो समाज माध्यम पर वायरल हुआ और लोगों का हुजूम मंदिर में उमड पडा. कैलाश नगर सामान्य लोगों की बस्ती है. वहां काफी लोग नंदी की दूध पीने की बात से भीड करने लगे. महिला भाविकों की संख्या अधिक थी. कुछ श्रद्धालुओं ने कटोरी और ग्लास में दूध भी लाया था. शाम 8 बजे से देर रात तक लोग मंदिर में जाकर नंदी को दूध-पानी पीला रहे थे. श्रद्धा अथवा अंधश्रद्धा से यह मामला शुरु होने की चर्चा चरम पर थी.
* गणपति की मूर्ति ने पिया दूध?
बरसों पहले 21 सितंबर 1995 को ऐसी ही अभूतपूर्व घटना हुई थी. गणपति व्दारा दूध पीने की बात ने देश में ही नहीं देश के बाहर भी हंगामा कर दिया था. उस समय आज जैसे मोबाइल और सोशल मीडिया और कई लोगों के पास तो सादे फोन भी नहीं थे. फिर भी खबर जंगल की आग की तरह फैली. उस दिन दूध की थैलियों की रिकॉर्ड बिक्री हो गई थी. लोग कटोरी-चम्मच लेकर मिले उस मंदिर में गणपति की सूंड को दूध लगा रहे थे. देखते ही देखते चम्मच और कटोरी का दूध कम हो रहा था. धातु की मूर्तियों पर भी यह प्रयोग किया गया. 100 प्रतिशत प्रयोग यशस्वी होने का प्रमाण उस समय बताया गया.
* 28 साल बार पुनरावृत्ति
अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति सहित विज्ञाननिष्ठ और विचारकों ने गणपति ने दूध पिया, यह बात कभी स्वीकार नहीं की. इसके पीछे वैज्ञानिक कारण का पता लगाना आरंभ हुआ. वैज्ञानिकों ने स्पष्ट किया कि, दैवीय चमत्कार नहीं तो इस घटना के पीछे सरफेस टेंशन का कारण है. कल्याण के साई बाबा मंदिर के नंदी की मूर्ति ही दूध और पानी पी रही है, यह 28 वर्षो उपरांत पुनरावृत्ति माना जा रहा है.

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