महाराष्ट्र
पंढरपुर में वसंतपंचमी के अवसर पर विठ्ठल-रुक्मिणी का विवाह संपन्न
राज्य के हजारों श्रद्धालु हुए इस विवाह सामरोह में शामिल
सोलापुर/दि.26 – पंढरपुर में गुरुवार को वंसतपंचमी के अवसर पर परब्रम्ह विठ्ठल और रुक्मिणी का विवाह समारोह संपन्न हुआ. इस अभिनव समारोह की तैयारी सुबह से ही पंढरपुर में शुरु हो गई थी. भगवान के इस विवाह समारोह में अपनी उपस्थिति दर्शाने महाराष्ट्र से हजारों श्रद्धालु पंढरपुर पहुंंचे थे. इस विवाह समारोह में भगवान विष्णु को फूलों से सजाकर दशावतार में साकार किया गया था.
गणतंत्र दिवस के अवसर पर वसंतपंचमी के शुभ मुहूर्त पर विठ्ठल और रुक्मिणी माता का शाही विवाह संपन्न हुआ. साक्षात भगवान के विवाह के लिए इकट्ठा हुए सैंकडो बारातियों की उपस्थिति में विठ्ठल-रुक्मिणी के विवाह की शुुरुआत हुई. बारातियों को अक्षद वितरित कर मंगलाष्टक की शुरुआत हुई. खुद परमेश्वर के विवाह में उपस्थित रहने के लिए विठ्ठल भक्तों ने मंदिर में भारी भीड की थी. मंदिर में नववधु रुक्मिणी माता हरे रंग की पैठणी पहनाई गई थी तथा दुल्हे के रुप में भगवान विठ्ठल को भी सफेद धोती और सफेद वस्त्र व पगडी परिधान कर सजाया गया था. इस विवाह समारोह में जालना के भक्त व्दारा दी गई सबसे बडी भेंट विशेषता रही. इस महिला भक्त ने अपना नाम गोपनीय रख 1 करोड 78 लाख रुपए के सोने-चांदी के आभूषण विवाह स्परुप भेंट के रुप में विठ्ठल-रुक्मिणी को अर्पित किए थे. गणतंत्र दिवस निमित्त विठ्ठल-रुक्मिणी मंदिर समिति की तरफ से विठ्ठल और रुक्मिणी माता के मंदिर परिसर में तथा संपूर्ण मंदिर को फूलों से काफी सुंंदर और आकर्षक सजाया था.
गणतंत्र दिवस के अवसर पर वसंतपंचमी के शुभ मुहूर्त पर विठ्ठल और रुक्मिणी माता का शाही विवाह संपन्न हुआ. साक्षात भगवान के विवाह के लिए इकट्ठा हुए सैंकडो बारातियों की उपस्थिति में विठ्ठल-रुक्मिणी के विवाह की शुुरुआत हुई. बारातियों को अक्षद वितरित कर मंगलाष्टक की शुरुआत हुई. खुद परमेश्वर के विवाह में उपस्थित रहने के लिए विठ्ठल भक्तों ने मंदिर में भारी भीड की थी. मंदिर में नववधु रुक्मिणी माता हरे रंग की पैठणी पहनाई गई थी तथा दुल्हे के रुप में भगवान विठ्ठल को भी सफेद धोती और सफेद वस्त्र व पगडी परिधान कर सजाया गया था. इस विवाह समारोह में जालना के भक्त व्दारा दी गई सबसे बडी भेंट विशेषता रही. इस महिला भक्त ने अपना नाम गोपनीय रख 1 करोड 78 लाख रुपए के सोने-चांदी के आभूषण विवाह स्परुप भेंट के रुप में विठ्ठल-रुक्मिणी को अर्पित किए थे. गणतंत्र दिवस निमित्त विठ्ठल-रुक्मिणी मंदिर समिति की तरफ से विठ्ठल और रुक्मिणी माता के मंदिर परिसर में तथा संपूर्ण मंदिर को फूलों से काफी सुंंदर और आकर्षक सजाया था.