महाराष्ट्र

स्कूल-कॉलेजों में व्यवसायिक शिक्षा!

तीन माह में आयेगा अहवाल

मुंबई/दि.19 – राज्य की स्कूल, कॉलेजों में व्यवसायिक शिक्षा समाविष्ट करने बाबत अभ्यास करने के लिये तज्ञ अधिकारियों की समिति बनायी गई है. यह समिति आगामी तीन माह में अपना अहवाल सरकार के सामने प्रस्तुत करेगी, यह जानकारी कौशल्य विकास मंत्री नवाब मलिक ने दी.
केंद्र सरकार व्दारा घोषित किये गये नये शैक्षणिक नियोजन 2020 में व्यवसायिक शिक्षा को नया स्वरुप देने हेते विचार किया गया. चालू वर्ष में सभी स्कूल, कॉलेज व उच्च शिक्षण संस्थाओं में व्यवसायिक शिक्षा चरणबध्द तरीके से समाविष्ट करनी है, वहीं इसके लिये कौशल्य विषयक विश्लेषण व स्थानीय अवसर के मापन के आधार पर व्य वसायिक शिक्षा के मुख्य क्षेत्रों को चुनना आवश्यक है. इसके लिये इस क्षेत्र के तज्ञ व वरिष्ठ अधिकारियों की समिति बनाई गई है. समिति को इस संदर्भ में विस्तारपूर्वक अभ्यास कर आगामी तीन माह में शासन को अहवाल भेजना होगा, ऐसा उस समिति को बताया गया है.
इस समिति के अध्यक्ष के रुप में अ.भा. तकनीकी शिक्षा परिषद के पूर्व अध्यक्ष डॉ. एस.एस. मंथा होने के साथ ही समिति में 15 तज्ञ अधिकारियों का समावेश है. सदस्य के रुप में व्यवसाय शिक्षण व प्रशिक्षण संचालक, कौशल्य विकास आयुक्त, वीरमाता जिजाबाई टेक्नॉलॉजिकल इन्स्टीटयुट के उपसंचालक एस.जी. भिरुड, ग्लोबल टीचर पुरस्कार विजेता शिक्षक रणजितसिंह डिसले,भोपाल के पं. सुंदरलाल शर्मा सेंट्रल इंस्टी. फॉर वोकेशनल एजुकेशन के दो प्रतिनिधि, उच्च शिक्षण संचालक, तकनीकी शिक्षा संचालक, शालेय शिक्षण संचालक, महाराष्ट्र राज्य माध्यमिक व उच्च माध्यमिक शिक्षण मंडल के अध्यक्ष, महाराष्ट्र राज्य कौशल्य विकास मंडल के अध्यक्ष, कौशल्य क्षेत्र के दो तज्ञ डॉ. श्रीकांत पाटील व सिंबायोसिस कौशल्य विद्यापीठ के कुलगुरु डॉ. अश्विनी कुमार शर्मा का समावेश है.

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