महाराष्ट्र

भंडारा, हिंगोली सहित 5 जिलों में खुलेंगे जल संरक्षण कार्यालय

18 नए उपविभागीय जलसंरक्षण कार्यालय शुरु होंगे

मुंबई/दि.28– प्रदेश सरकार के मृदा व जलसंरक्षण विभाग का राज्य के 5 जिलों भंडारा, परभणी, हिंगोली, नंदूरबार और रायगड में नया कार्यालय शुरु होगा. इन 5 जिलों में नया जिला संरक्षण अधिकारी कार्यालय कर्यान्वित होगा. जबकि 18 नए उपविभागीय कार्यालय शुरु किए जाएंगे. प्रदेश के मृदा व जलसंरक्षण मंत्री शंकरराव गडाख ने यह जानकारी दी.
गडाख ने बताया कि, गोंदिया के जिला जलसंरक्षण अधिकारी कार्यालय का विभाजर कर भंडारा मेंं नया जिला जलसंरक्षण अधिकारी कार्यालय स्थापित किया जाएगा. जालना के मौजूदा कार्यालय क्षेत्र का बंटवारा करके परभणी, नांदेड के कार्यालय को विभाजित करके हिंगोली और धुलिया के कार्यालय को बांटकर नंदूरबार में नया जिला जलसंरक्षण अधिकारी कार्यालय स्थापित होगा. वहीं रायगड में नया जिला जलसंरक्षण अधिकारी कार्यालय शुरु किया जाएंगा. अभी तक ठाणे, पालघर और रायगड तीनों जिलों की जिम्मेदारी ठाणे के जिला जलसंरक्षण अधिकारी पर थी. गडाख ने बताया कि, अमरावती के धारणी, बुलढाणा, जलगांव के चोपडा, वर्धा के हिंगणघाट, सांगली के इस्लामपुर, सोलापुर के मोहोल, परभणी के सेलू व पाथरी, हिंगोली के वसमत, गडचिरोली के वडसा, अहमदनगर के नेवासा व कोपरगांव, सातारा, सिंधुदुर्ग के सावंतवाडी व भंडारा और रायगड में नया उपविभागीय जलसंरक्षण कार्यालय शुरु होगा.

* जलसंरक्षण विभाग के कामकाज को गति मिलेगी
गडाख ने कहा कि, नए कार्यालय से जलसंरक्षण विभाग के कामकाज को गति मिल सकेगी. स्थानीय लोकप्रतिनिधि पिछले कई सालों से नए कार्यालय की मांग कर रहे थे. राज्य के मृदा व जलसंरक्षण विभाग के अधीन फिलहाल राज्य स्तर पर 26 जिलों में जिला जलसंरक्षण अधिकारी कार्यालय और 127 उपविभागीय जलसंरक्षण अधिकारी कार्यालय है. जबकि जिला परिषद के 31 जिलों में जिला जलसंरक्षण अधिकारी और 168 उपविभागीय जलसंरक्षण अधिकारी कार्यालय कार्यरत है.

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