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हमारे पास रहने को घर नहीं, रेल्वे स्टेशन पर कचरे में सोते है

अक्षय शिंदे के एन्काउंटर पश्चात माता-पिता ने सुनाई व्यथा

* एनकाउंटर से आधा घंटा पहले माता-पिता की जेल में हुई थी बेटे से मुलाकात
* माता-पिता ने पुलिस के एनकाउंटर पर उठाये सवाल
मुंबई /दि.24- बदलापुर में दो छोटी बच्चियों के साथ हुए लैंगिक अत्याचार मामले के मुख्य आरोपी रहने वाले अक्षय शिंदे का सोमवार की शाम पुलिस द्वारा एन्काउंटर कर दिया गया था. जिसके बाद अक्षय शिंदे के माता-पिता ने पुलिस पर सनसनीखेज आरोप लगाते हुए कहा कि, उक्त शालेय संस्था के कुछ बडे व प्रभावी लोगों को बचाने हेतु उनके बेटे की बली दी गई.
अक्षय शिंदे का एन्काउंटर होने के बाद सोमवार की रात से उसके माता-पिता व रिश्तेदार कलवा स्थित छत्रपति शिवाजी महाराज अस्पताल के बाहर ठिया लगाये बैठे थे और अपने बेटे को देखने हेतु देने का पुलिस को निवेदन कर रहे थे. परंतु पुलिस ने उन्हें बताया कि, जब तक अक्षय के शव का पोस्टमार्टम नहीं हो जाता, तब तक वे उसके शव को नहीं देख सकते. ऐसे में पूरी रात अक्षय के माता-पिता व रिश्तेदार अस्पताल परिसर में ही रुके रहे. इस समय जब कुछ मीडिया कर्मियों ने उनसे जानना चाहा कि, वे इन दिनों कहा रहते है, तब उन्होंने बताया कि, बदलापुर वाली घटना के बाद गांववासियों ने गांव में स्थित उनके घर में घुसकर तोडफोड की थी और उन्हें गांव से बाहर निकाल दिया था. ऐसे में वे इन दिनों रेल्वे स्टेशन पर कोई कोना पकडकर सो जाते है. लेकिन वहां पर भी उन्हें पुलिस द्वारा की जाने वाली मारपीट का सामना करना पडता है. अक्षय के माता-पिता ने बताया कि, वे आज तक एक बार भी मीडिया के सामने नहीं आये. लेकिन अब वे अपने बेटे का शव उस समय तक अपने कब्जे में नहीं लेंगे, जब तक उनके बेटे के हत्यारों को सजा नहीं होती.

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