
वर्धा/दि.3-जिला परिषद की स्कूलों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए शासन स्तर पर प्रयास किए जाएंगे. जिले की स्कूलों में उत्तम व गुणवत्तापूर्ण सुविधाएं मिलें तथा यह स्कूलें सभी के लिए आदर्श साबित होने के लिए प्रयास किए जा रहे है. जिले के आठ तहसील की एक शाला को आदर्श मॉडल स्कूल बनाने का संकल्प किया है, यह जानकारी राज्य के शालेय शिक्षा मंत्री डॉ. पंकज भोयर ने दी.
ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों के लिए जिला परिषद शाला ज्ञानार्जन का कार्य करती है. किंतु इन स्कूलों में सुविधाओं का अभाव रहने की समस्या हमेशा बनी रहती है. इसलिए इन स्कूलों में निजी स्कूलों की तरह सुविधाएं देने का संकल्प शिक्षा मंत्री भोयर ने किया है.
* इन स्कूलों का समावेश
शिक्षा मंत्री एवं पालकमंत्री डॉ. पंकज भोयर की संकल्पना के अनुसार जिले में आठ आदर्श मॉडेल स्कूल बनाई जाएगी. इन स्कूलों में वर्धा तहसील के आंजी मोठी की जिप प्राथमिक शाला, सेलू तहसील की चानकी कोपरा जिप प्राथमिक शाला, देवली तहसील के अडेगांव की जिप प्राथमिक शाला, हिंगणघाट के नांदगांव जिप प्राथमिक शाला, आर्वी के रसुलाबाद की जिप प्राथमिक शला, आष्टी तहसील के धार की जिप प्राथमिक शाला, कारंजा घाडगे तहसील के सावली खुर्द की जिप प्राथमिक शाला और समुद्रपुर तहसील के मंगरूल की जिप प्राथमिक शाला का समावेश है.