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नाम के लिए करेंगे आंदोलन – सांसद वानखडे

बीजेपी सांसद बोंडे ने भी कहा भावनाओं से खिलवाड ठीक नहीं

* राकांपा विधायक मिटकरी ने कहा दोनों में से कोई भी नाम चलेगा
अमरावती/दि.17 – विमानतल का बुधवार को आधिकारिक श्रीगणेश हुआ. पहली उडान गाजेबाजे से उडी. इस बीच नाम को लेकर अमरावती के लीडरान बंटे हुए नजर आ रहे हैं. सांसद बलवंत वानखडे ने भाऊसाहब पंजाबराव देशमुख का नाम देने की सिफारिश और मांग करते हुए आंदोलन की तैयारी दर्शा दी, तो बीजेपी सांसद डॉ. अनिल बोंडे ने आरोप लगाया कि, कुछ लोग भावनाओं से खेल रहे हैं, यह अच्छी बात नहीं है. वहीं राकांपा के विधायक अमोल मिटकरी ने कहा कि, दोनों में से कोई भी नाम दिया जाए, उन्हें आपत्ति नहीं. क्षेत्र के लोग प्रज्ञाचक्षु गुलाबराव महाराज और भाऊसाहब देशमुख का समान आदर करते हैं.
उल्लेखनीय है कि, विमानतल के उद्घाटन के समय पुन: नाम का विवाद इसलिए बढ गया कि, स्टेज पर पार्श्व में चल रही क्लिप में प्रज्ञाचक्षु संत गुलाबराव महाराज अमरावती एयरपोर्ट का उल्लेख हो गया था. जबकि मुख्यमंत्री और दोनों उपमुख्यमंत्री ने इस बारे में कोई जिक्र अपने संबोधनों में नहीं किया. एमएडीसी ने यह कहते हुए हाथ झटकने का काम किया कि, इवेंट कंपनी की चूक से यह नाम मंच के बोर्ड पर आ गया था. जबकि अभी विमानतल का नाम केवल अमरावती विमानतल है. नाम पर निर्णय नहीं हुआ है.
* क्या कहा सांसद वानखडे ने
इस बारे में जिले के सांसद बलवंत वानखडे से पूछा गया तो उन्होंने प्रज्ञाचक्षु गुलाबराव महाराज को वंदनीय बताया, किंतु यह भी कहा कि, भाऊसाहब पंजाबराव देशमुख ने बहुजनों के लिए शिक्षा और खेती के लिए काफी काम किया है. उसी प्रकार विमानतल उनके जन्मस्थान ग्राम पापड के क्षेत्र में है. ऐसे में भाऊसाहब का नाम विमानतल को देना समर्पक रहेगा. सांसद वानखडे ने भाऊसाहब नाम के लिए आंदोलन की तैयारी करने की बात कही. उन्होंने कहा कि, भाऊसाहब देशमुख देश के पहले कृषि मंत्री रहे. उसी प्रकार संविधान समिति में भी सदस्य रहे. इसलिए उनका नाम एयरपोर्ट को दिया जाना चाहिए.
* भावनाएं भडकाना ठीक नहीं
बीजेपी सांसद डॉ. अनिल बोंडे ने कहा कि, भाऊसाहब देशमुख और प्रज्ञाचक्षु गुलाबराव महाराज दोनों ही हमारे लिए आदरनीय है, वंदनीय है. उसी प्रकार विमानतल के नामकरण को लेकर एअर लाइन कंपनी या जो कोई भी लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड कर रहा है, वह ठीक नहीं. डॉ. बोंडे ने कहा कि, प्रत्येक व्यक्ति इस बारे में मांग कर सकता है. एक चूक पहले एयरलाईन कंपनी ने कर दी, फिर दूसरी गलती स्टेज के स्लाईड पर नाम दूसरा आ गया. जबकि विमानतल के अनावरण बोर्ड पर कोई नाम नहीं है. इस बारे में वे एमएडीसी की उपाध्यक्ष स्वाती पाण्डेय से संपर्क कर भावनाओं से खेल करनेवालों पर कार्रवाई मांग करेंगे. डॉ. बोंडे ने कहा कि, मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री ने अभी नाम को लेकर कोई निर्णय नहीं होने की जानकारी दी है.
नाम अभी तय नहीं
राकांपा के एमएलसी अमोल मिटकरी ने इस बारे में पूछे जाने पर कहा कि पहले एयरलाइन की निमंत्रिका में भाउसाहब देशमुख का नाम घोषित हो गया था. किंतु बुधवार को कार्यक्रम के दौरान स्टेज पर चल रही स्क्रीन पर प्रज्ञा चक्षु संत गुलाबराव महाराज का नाम आया. इस बारे में एमएडीसी की स्वाति पाण्डेय से उन्होंने बात की तो पाण्डेय ने बताया कि अभी अमरावती विमानतल का नाम तय नहीं हुआ है. कब तय होगा, इस बारे में भी वे नहीं बता सकी. मिटकरी ने कहा कि राष्ट्र के प्रथम कृषि मंत्री रहे भाउ साहब देशमुख का नाम देना उनके हिसाब से उचित रहेगा.

 

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