महाराष्ट्र

कमजोर हो रहा बर्ड फ्ल्यू का जोर

सप्ताहभर में मृत पक्षियों की संख्या घटी

  • राज्य में अब तक 72 हजार 106 मुर्गियां नष्ट की

  • सरकार ने 44 हजार 686अंडे व 63 हजार 339 किलो खाद्य किया नष्ट

  • नष्ट किये पक्षी, खाद्य के मुआवजे के तौर पर 1 करोड 30 लाख रुपए मंजूर

  • बर्ड फ्ल्यू से जानबुझकर नष्ट किये पक्षियों के बदले 24 लाख 18 हजार का वितरण

मुंबई/दि.५ – मुंबई समेत राज्य में आयी हुई बर्ड फ्ल्यू की साथ के चलते चिकन व अंडें के भाव में गिरावट आयी थी किंतु सप्ताहभर में नियंत्रण में आये हुए बर्ड फ्ल्यू के चलते चिकन व अंडे के भाव फिर पटरी पर आने लगे है. इसी बीच पिछले महिनेभर में सरकार ने 72 हजार से ज्यादा पक्षी व 44 हजार से ज्यादा अंडे नष्ट किये है. इसमें मुर्गी उत्पादकों का भी करोडों का नुकसान हुआ है.
महाराष्ट्र में हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, केरल, दिल्ली, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, गुजरात व मध्यप्रदेश आदि राज्य में आने वाल स्थलांतरित पक्षियों में बर्ड फ्ल्यू का प्रादुर्भाव पाया गया. राज्य में 31 जनवरी के 77 मुर्गियां व बदक और बगले, पोपट, चिमनी आदि विविध 15 पक्षियों की मौत होने की नोंद है. इस बीच कुल 96 मृत पक्षियों के स्वैब जांच के लिए भोपाल स्थित राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशुरोग संस्था व पुणे की प्रयोगशाला में भेजे. इससे पहले 8 से 30 जनवरी के बीच 19 हजार 923 विविध पक्षियों के मृत्यु की नोंद हुई. उसमें से 30 जनवरी को प्राप्त रिपोर्ट में केवल ठाणे जिले के महापे व घनसोली स्थित कुकट पक्षियों में बर्ड फ्ल्यू पाया गया. परिणाम स्वरुप राज्य से बर्ड फ्ल्यू की साथ लगभग खत्म होने के मार्ग पर रहने की बात पशुसंवर्धन विभाग ने स्पष्ट की. पोल्ट्री फार्मर्स एन्ड ब्रिडर्ल्स एसोसिएशन के सचिव उध्दव अहिरे ने कहा कि बर्ड फ्ल्यू की साथ से 15 दिन पहले चिकन की मांग 40 प्रतिशत तक गिरने से चिकन के भाव भारी गिर गए थे. वर्तमान में बर्ड फ्ल्यू की साथ कमजोर होने के बाद मांग में 80 प्रतिशत तक वृध्दि हुई है. इससे उल्टा आपूर्ति में भारी शिल्लक माल का बोझ पड रहा है. इसी कारण माल की तुलना में आपूर्ति ज्यादा रहने से चिकन की कीमतें अभी भी कम दिख रही है. आगामी 8 से 10 दिनों में मांग व आपूर्ति सूचारु होते ही चिकन के भाव पूर्ववत होंगे, ऐसी अपेक्षा अहिरे ने व्यक्त की.

  • ऐसा मिलता है मुआवजा

– आठ सप्ताह उम्र तक की अंडी देने वाले पक्षी के लिए 20 रुपए प्रति पक्षी
– आठ सप्ताह से ज्यादा अंडी देने वाले पक्षी के लिए 90 रुपए प्रति पक्षी
– छह सप्ताह उम्र तक मांसल, कुक्कट पक्षी के लिए 70 रुपए प्रति पक्षी
– कुक्कट पक्षियों की अंडी नष्ट करने के बाद मुआवजे के रुप में 3 रुपए प्रति अंडा
– कुक्कट पक्षी खाद्य नष्ट करने के बाद 12 रुपए प्रति किलोग्राम मुआवजा
– छह सप्ताह उम्र तक के बदक के लिए 35 रुपए प्रति पक्षी

  • राज्य की चिकन दर

बोनलेक्स चिकन (राज्य )- 210 रुपए किलो.
चिकन (राज्य)- 170 रुपए किलो.
बदक का मांस (राज्य)- 410 रुपए किलो.

  • कुक्कट पालनकर्ता व पक्षी प्रेमी ध्यान रखे

– सभी कुक्कट पक्षी धारकों ने जैव सुरक्षा उपायों का तंतोतंत पालन करने का आह्वान पशुसंवर्धन विभाग ने किया है.
– कुक्कट पक्षी विक्रेताओं ने हाथ में ग्लोहज, नाक-मुंह पूरी तरह से ढकने वाला मास्क, दुकान में नियमित कडी स्वच्छता और सामाजिक दूरी का पालन
– मृत पक्षियों को कोई भी सीधे हाथ न लगाए, परभारे उसका निपटारा न करें.
– पूरी तरह से पकास मांस और उबले हुए अंडे सुरक्षित.

  • अंडे के भाव

– 465 रुपये पर पहुंचे हुए भाव 29 जनवरी तक सैकडा 420 रुपए तक गिरे
– फरवरी महिने में अंडे के भाव सैकडा 433 रुपए
– पिछले चार दिनों में अंडे के भाव में सैकडा 13 रुपए वृध्दि

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