महाराष्ट्र

भीख मांगी तो क्या अपराध किया, बेटे की हत्या क्यों की?

 नाथजोगी समाज की महिला का सवाल

खामगांव/प्रतिनिधि दि.29 – हमारे परिवार के युवक बहुरुपियों का भेष परिधान कर गांव गांव जाकर भीख मांगते है. यह हमारा परंपरागत काम है. अनेक वर्षों से हम इसी प्रकार से भीख मांगते है. किंतु भीख मांगने के लिए जाने पर मेरे बेटे की हत्या की गई. भीख मांगना क्या यह अपराध है? इस तरह का प्रश्न रायगड जिले में हत्या किये गए नाथजोगी समाज के व्यक्ति के मां ने किया है.
जलगांव जामोद तहसील के मोहिदपुर व नावखुर्द इस गांव में नाथजोगी समाज के लोग रहते है. इस समाज के युवक बहुरुपियों का भेष परिधान कर गांव गांव जाकर भीख मांगते है. अनेक वर्षों से, पीडियों से उनका यह काम चलते आ रहा है. इसी तरह तेजराव शालिग्राम सोलंके व तेजराव वामन चव्हाण उनकी पत्नी के साथ रायगड जिले में गए थे. वहां तेजराव सोलंके व तेजराव चव्हाण भीख मांगने के लिए गांव गांव घुम रहे थे. शाम के समय वे फिर अपने ठिकाने पर लौट आते थे. किंतु 19 जून को तेजराव सोलंके लौटा ही नहीं. उसका तेजराव चव्हाण व पत्नी सुनीता ने काफी जगह तलाश की. उन्होंने पुुलिस थाने में लापता होने की जानकारी दी. उसके बाद उरण पुलिस स्टेशन ने तेजराव चव्हाण मिलने की जानकारी दी. तेजराव चव्हाण व सुनीता उरण के अस्पताल में पहुंचे तो वहां तेजराव सोलंके की लाश ही उन्हें देखने मिली. उनके शरीर पर अनेकों जख्म थे. समूचे शरीर पर मारपीट के निशान थे. उसके बाद तेजराव की लाश लेकर पत्नी सुनीता व सहयोगी मोहिदपुर गांव में पहुंचे. गांव में बेटे की लाश देखने पर मां रेश्मा खूद को नहीं रोक पायी. समूचे गांव पर दुख का पहाड टूट पडा. किंतु दुख से भी ज्यादा उनके मन में रोश था. वह आखिर कौनसा अपराध किया? इस बात का इससे पहले इसी गांव के तीन लोगों की नागपुर में हत्या की गई. इस घटना से समाज के अनेकों ने रोश व्यक्त किया.

  • अपराध किया तो पुलिस में दो, हत्या क्यों करते

हमारे समाज के युवक गांव गांव घुमते है. महिला व बहुरुपियों का भेष परिधान करते है, इसमें क्या गलत है? उन्होंने गुनाह किया हो तो पुलिस में शिकायत करे, उन्हें पुलिस के उन्हें पुलिस के हवाले करे, उन्हें कानून से सजा होने दो, किंतु उनका कुछ भी न सुन लेते हुए उनकी हत्या क्यों करते है? देश में कानून है या नहीं, हत्या करने लायक कौनसा अपराध वह करते है? इस तरह का प्रश्न मोहिदपुर गांव की महिलाओं ने किया है.

  • दस दिन से पुलिस ने शिकायत नहीं ली

तेजराव सोलंके की रायगड जिले के उरण में हत्या की गई. किंतु उरण पुलिस ने शिकायत लेेने से इंकार कर दिया. गांव जाकर शिकायत देने के लिए कहा. तेजराव के रिश्तेदार जलगांव जामोद पुलिस थाने में शिकायत देने के लिए गए तब उन्होंने घटना उरण में घटीत हुई इस कारण वहीं पर शिकायत देने के लिए कहा. घटना होकर 10 दिन हुए फिर भी पुलिस शिकायत लेने के लिए तैयार नहीं.

  • नागपुर में तीन, राइनपाडा में पांच लोगों की हुई थी हत्या

मोहिदपुर के तीन युवकों की नागपुर में 9 मई 2012 को हत्या हुई थी. इस समय अनेक आरोप हत्या हुए लोगों पर किए गए थे. वैसे ही धुले जिले के राइनपाडा में 1 अगस्त 2018 को नाथजोगी समाज के पांच लोगों की हत्या की गई. उनपर भी विविध आरोप किये गए थे. संदेह के चलते इस समाज के लोगों की हत्या की जाती है.

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