* आज जनरल फंड में केवल 4 करोड रुपए बचे है शेष
अमरावती /दि.13– संत गाडगे बाबा अमरावती विद्यापीठ के जनरल फंड में 6 साल पहले करीब 100 करोड रुपए की रकम थी. जो इस समय घटकर केवल 4 करोड रुपए बची हुई है. ऐसी सनसनीखेज जानकारी सामने आयी है. विद्यापीठ में बिना अनुदानित पाठ्यक्रमों पर प्रतिवर्ष 5 करोड रुपए का खर्च होता है, जिसे जनरल फंड से खर्च किया जाता है. ऐसे में सवाल पूछा जा सकता है. कि, जनरल फंड के कही पांव ता ेनहीं निकल आये है, या फिर इस फंड में से लूट तो नहीं चल रही.
जानकारी के मुताबिक तत्कालीन कुलगुरु डॉ. मुरलीधर चांदेकर के कार्यकाल दौरान जनरल फंड मेें 140 करोड रुपयों की रकम थी. ऐसे में इस फंड के जरिए कैसे व किसके लिए खर्च किया जाता है. इसकी ओर कुलगुरु सहित विद्यापीठ के विश्वस्तों द्वारा ध्यान देने के साथ ही विचार मंथन करते हुए ठोस निर्णय लेना बेहद जरुरी है. क्योंकि बिना अनुदानित पाठ्यक्रमों पर विद्यापीठ द्वारा सालाना 5 करोड रुपए का खर्च किया जाता है और इसकी वजह से विद्यापीठ को अच्छा खासा नुकसान भी सहन करना पडता है. कुछ पाठ्यक्रम तो केवल दस्तावेजों पर ही जारी रहने की जानकारी है. इसके अलावा एक बिना अनुदानित पाठ्यक्रम में केवल एक ही विद्यार्थी प्रवेशित है. जिसे पढाने के लिए 8 शिक्षक कार्यरत है, ऐसी अफलातून स्थिति भी विद्यापीठ में देखी जा रही है. इसके मद्देनजर कहा जा सकता है कि, विद्यापीठ में बिना अनुदानित तत्व पर कुछ पाठ्यक्रमों को बिना वजह ही चलाया जा रहा है.
* इन बिना अनुदानित पाठ्यक्रमों पर होता है जनरल फंड से खर्च (लाख रुपए)
विभाग का नाम (पीजी) आवक खर्च विद्यार्थी संख्या
संस्कृत 8,76800 13,86,000 19
मानसशास्त्र 65,900 16,68,000 17
इतिहास 3,88,300 28,25,000 29
राज्यशास्त्र 4,82,800 19,35,000 50
अर्थशास्त्र 4,79,000 26,60,000 49
वाणिज्य 4,73,000 17,29,800 39
आंबेडकर थॉट 4,81,200 17,35,000 68
पाली एण्ड बुद्धिझम 9,04640 16,55,000 38
जेंडर एण्ड वुमेन 1,17,500 10,15,000 39
आजीवन विस्तार 13,15,000 9,98,000 —
शिवाजी महाराज 3,52,800 19,46,000 —
योगा थेरेपी 4,41,200 11,98,000 —
इंग्लिश कम्युनिकेशन 3,02,200 11,83,000 —
लाइफ लाँग 4,54,600 19,89,000 —
फिजीओथेरेपी 22,05,000 24,13,000 —
नेचरोपैथी पीजी 77,68,000 13,30,500 —
आजीवन अध्ययन 13,15,000 9,98,000 —