चंद्रपुर बैंक पर साइबर हमला कहां से हुआ?
संबंधित खातों के ब्यौरे की जांच में साइबर दल जुटा

चंद्रपुर /दि.14– जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक में साइबर हमला कर 3 करोड 70 लाख रुपए ट्रांसफर किये गये. यह पैसे दिल्ली, नोएडा, फरीदाबाद के विविध बैंक खातों में ट्रांसफर करने का मामला सामने आया है. इस आधार पर साइबर हमले का कनेक्शन दिल्ली, नोएडा रहने का अनुमान है. इस निमित्त जिन खातों में पैसे ट्रांसफर हुए है. उन खातों की संपूर्ण डिटेल पुलिस ने मांगी है. ऐसी जानकारी पुलिस सूत्रों ने दी.
चंद्रपुर जिला मध्यवर्ती बैंक यह येस बैंक के जरिए अपना व्यवहार पूर्ण करती है. इन दोनों बैंकों का दैनंदिन ऑनलाइन व्यवहार ट्रस्ट फिनटेक लिमिटेड नागपुर की मध्यस्थ कंपनी के जरिए होता है. 7 व 9 फरवरी को अज्ञात ने आरटीजीएस व एनईएफटी करने की ऑनलाइन प्रक्रिया ही हैक कर 3 करोड 70 लाख 64 हजार 742 रुपए दिल्ली, नोएडा और फरिदाबाद की विविध बैंक में ट्रांसफर कर लिये थे. पुलिस में शिकायत होते ही रामनगर और चंद्रपुर साइबर पुलिस ने 33 बैंक खाते फ्रिज कर बुधवार तक 1 करोड 21 लाख 99 हजार 319 रुपए वापिस प्राप्त कर लिये थे. गुरुवार को भी फिर से कुछ रुपए वापिस मिले. लेकिन यह साइबर हमला कहां से और कैसे हुआ. इस बाबत अब तक पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला है. आगे की जांच रामनगर और चंद्रपुर साइबर पुलिस का दल कर रहा है.
* अधिकांश खाते दिल्ली के
सीडीसीसी बैंक से पैसे उडाने के बाद दिल्ली, नोएडा, फरिदाबाद के बैंक ऑफ महाराष्ट्र, आईडीबीआई, इंडियन ओवरसिज बैंक, सेंट्रल बैंक, एक्सीस, प्लस, सेंट्रल कैथलिक सिरीन बैंक आदि बैंक के विविध खातों में पैसे ट्रांसफर हुए है. इसमें से अधिकांश खाते दिल्ली के है. जिस बैंक खाते में पैसे ट्रांसफर हुए है, उस बैंक खाते की संपूर्ण डिटेल्स, सिविल डेटा की जानकारी लेकर जांच की जाने वाली है. इसके बाद ही इस प्रकरण के जांच को गति मिलेगी, ऐसा कहा जाता है.
* आईटी दल को सौंपी जांच
सीडीसीसी बैंक पर साइबर हमला कैसे और कहा हुआ. इस बाबत पुलिस को अब तक कोई ठोस सबूत नहीं मिले है, इस कारण पुलिस ने मामले की जांच आईटी दल के पास सौंपी है. बैंक का आईटी दल भी अपने तरीके से जांच कर रहा है.
* ग्राहकों का कोई भी नुकसान नहीं
– चंद्रपुर जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक के डिपॉझिटर के पैसे आटीजीएस और एनईएफटी प्रणाली द्वारा अन्य बैंकों में भेजने की व्यवस्था है.
– 10 फरवरी को आरटीजीएस के जरिए व्यवहार हुए. 33 खातेदारों के 3.71 करोड रुपए परस्पर बाहर से खराबी कर अन्य बैंकों के खाते में ट्रांसफर करने की बात जांच में सामने आयी है.
– इस बाबत साइबर क्राइम व प्रत्यक्ष रामनगर पुलिस में शिकायत दर्ज की गई है. संपूर्ण रकम वापिस मिलने के लिए बैंक के जरिए और पुलिस यंत्रणा के जरिए आवश्यक कार्रवाई की जा रही है. ग्राहकों का किसी भी तरह से आर्थिक नुकसान न होने बाबत सावधानी बैंक ने बरती है. ऐसी जानकारी बैंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राजेश्वर कल्याणकर ने दी.