अमरावतीमहाराष्ट्र

रुग्ण कल्याण समिति गई कहां? कार्रवाई कौन करेगा?

कार्यकाल समाप्त होने से पदाधिकारी नहीं

* वैद्यकीय अधिकारी पर जिम्मेदारी
अमरावती/दि.20– 59 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के तहत रुग्ण कल्याण समिति के जिला परिषद सदस्य यह पदसिद्ध अध्यक्ष है. लेकिन पिछले दो साल से कार्यकाल समाप्त होने से जिला परिषद पर प्रशासक राज है. इस कारण समिति का कामकाज कैसे चलता है, कार्रवाई कौन करता है, ऐसी पूछताछ मरीजो द्वारा की जा रही है. अब समिति की जिम्मेदारी तहसील स्वास्थ्य अधिकारी व वैद्यकीय अधिकारियों को सौंपी गई है. शासन की तरफ से वार्षिक 1 लाख 75 हजार रुपए की निधि से रुग्ण कल्याण समिति को एक लाख तथा वार्षिक देखरेख के लिए 50 हजार और अबंधित स्वरुप में 25 हजार रुपए उपलब्ध कर दिए जाते है.

* जिले में 59 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र
जिला परिषद स्वास्थ्य विभाग के अधिन 14 तहसीलों के 59 गांव में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र है. परिसर में इसके जरिए शासन मार्फत स्वास्थ्य की सुविधा नि:शुल्क दी जाती है.

* क्या है रुग्ण कल्याण समिति?
राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान के उपक्रम प्रभावी रुप से चलाने के लिए मरीज और अस्पताल में आनेवाली दुविधा तत्काल दूर करने के लिए यह समिति है.

* एक साल से बैठक नहीं
दो साल से जिला परिषद, पंचायत समिति सदस्यों का कार्यकाल समाप्त होने से बैठक नहीं हुई है. लेकिन तहसील स्वास्थ्य अधिकारी, स्वास्थ्य अधिकारी की बैठक में निर्णय लिए जाते है. गुणवत्तापूर्वक सुविधा देने का मानस रहने से ओपीडी और प्रसूति का प्रमाण अधिक रहता है.

* बैठक न होने के परिणाम क्या?
– समिति की नियमित बैठक न होने से निधि का विनियोग, केंद्र की समस्या हल करने में परेशानी.
– तहसील के स्वास्थ्य केंद्र में समिति की समय पर बैठक लेकर नियमानुसार निर्णय लिए जाते है.

* समिति का कार्य क्या?
राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान की निधि से समाधानकारक व गुणवत्तापूर्वक सुविधा स्वास्थ्य केंद्र में उपलब्ध कर देना, नियमित रुप से समिति की बैठक लेकर अस्पताल की समस्या पर चर्चा, दवाई खरीदी, प्रयोगशाला जांच खर्च, संदर्भ सेवा आदि सेवा की तरफ ध्यान, निधि का नियोजन कर मरीजो को विविध तरह की सुविधा उपलब्ध कर देना है.

* समिति के अध्यक्ष जि.प. सदस्य रहते है
रुग्ण कल्याण समिति के अध्यक्ष जिला परिषद सदस्य रहते है. लेकिन जिला परिषद में प्रशासक राज रहने से समिति का कामकाज तहसील वैद्यकीय अधिकारी के मार्गदर्शन में चलाया जा रहा है. वे रुग्ण कल्याण समिति के नियामक मंडल के वार्षिक दो तथा कार्यकारी समिति की 6 बैठक लेते है.
– डॉ. सुरेश असोले
जिला स्वास्थ्य अधिकारी.

* निधि आने पर विकास
गांव में पाईपलाईन का काम करने के लिए आई मशीन देखकर सरपंच, उपसरपंच तथा सदस्य से चर्चा की. तत्काल नाले की साफसफाई की शुरुआत की गई. जैसे-जैसे निधि आएगी उसके मुताबिक गांव के विकास काम की शुरुआत करेगे.
– राजेश भडांगे
ग्रामसचिव

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