पुणे/दि.१८ – राज्य की महाविकास आघाडी सरकार एक तरह से तीन पैरोंवाली सरकार है, लेकिन सीएम उध्दव ठाकरे (CM Uddhav Thackeray) से मेरे अच्छे संबंध है. वहीं कांग्रेस व राकांपा के साथ मेरे संबंध कैसे है, यह सभी जानते है. ऐसे में इंदू मिल में बनाये जानेवाले डॉ. बाबासाहब आंबेडकर स्मारक के शिलान्यास समारोह कार्यक्रम की पत्रिका मुझे क्यों नहीं मिली और इसमें किसने बीच में भांजी मारी, यह आप सभी अच्छे से समझ सकते है. इस आशय के शब्दों में वंचित बहुजन विकास आघाडी के नेता एड. प्रकाश आंबेडकर (Adv. Prakash Ambedkar) ने कांग्रेस व राकांपा को लेकर तंज कसा. बता दें कि, मुंबई में इंदू मिल की जमीन पर डॉ. बाबासाहब आंबेडकर के भव्य-दिव्य स्मारक का भुमिपूजन कार्यक्रम सीएम उध्दव ठाकरे के हाथों संपन्न होने जा रहा है. qकतु कोरोना के बढते संक्रमण की वजह से इस कार्यक्रम में केवल १६ लोगों को ही आमंत्रित किया गया है तथा इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे, उपमुख्यमंत्री अजीत पवार, सामाजिक न्यायमंत्री धनंजय मुंढे, शालेय शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड, अन्न व आपूर्ति मंत्री छगन भुजबल, पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे तथा मुंबई के पालकमंत्री असलम शेख सहित स्थानीय विधायक, महापौर व अधिकारी उपस्थित रहेंगे. किन्तु इस शिलान्यास कार्यक्रम के आमंत्रण को लेकर राजनीतिक क्षेत्र में मानापमान के संदर्भ में आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गये है. एड. प्रकाश आंबेडकर ने इसी विषय को लेकर पत्रकारों के साथ चर्चा करते हुए कहा कि, इस कार्यक्रम में किसे बुलाना है और किसे नहीं, यह राज्य सरकार की अपनी सोच है, लेकिन हमारा सीएम उध्दव ठाकरे से निवेदन है कि, वे इंदू मिल की जमीन को लेकर पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी द्वारा जारी की गई नोट का अध्ययन करे और जो बात बाजपेयीजी को अपेक्षित थी, उसके लिए प्रयास करे. एड. आंबेडकर ने कहा कि, इस स्मारक के प्रारूप का वे शुरूआत से विरोध करते आये है और यदि मुझे इस कार्यक्रम में बुलाया भी जाता, तो भी वे वहां जाकर इस स्मारक का विरोध ही करते.