* हर बार डीसीएम करते हैं शासकीय पूजा
पंढरपुर/दि. 26 – वारकरी संप्रदाय में महत्वपूर्ण मानी जाती कार्तिकी एकादशी इस बार 12 नवंबर को ऐन विधानसभा चुनाव के बीच आने से महापूजा को लेकर लोगों में कौतूहल नजर आ रहा है. इस बार शासकीय पूजा कौन करेगा, यह प्रश्न वारकरी कर रहे है. हर वर्ष प्रदेश के उपमुख्यमंत्री के हस्ते शासकीय महापूजा होती है. इस बारे में श्री विठ्ठल-रुक्मिणी मंदिर समिति ने राज्य के विधि व न्याय विभाग से अभिप्राय मांगा है. यह जानकारी कार्यकारी अधिकारी राजेंद्र शेलके ने दी.
विधानसभा चुनाव की नामांकन प्रक्रिया चल रही है. मंगलवार 29 अक्तूबर तक नामांकन किए जा सकते है. ऐसे में आचार संहिता के कारण शासकीय महापूजा को लेकर चर्चा शुरु है. चुनाव आयोग ऐसी परिस्थिति महापूजा की अनुमति देता आया है. क्योंकि कार्तिकी एकादशी महापूजा उपमुख्यमंत्री के हस्ते किए जाने का अलिखित नियम व परंपरा है. चुनाव आयोग यह अनुमति देगा क्या, इस ओर भी निगाहें लगी है. वास्तविक महापूजा और उसके बाद सत्कार समारोह में दो घंटे का समय लगता है. इस दौरान दर्शनार्थियों की कतारे रोक दी जाती है. किंतु कहा जा रहा है कि, इस बार आचार संहिता के कारण केवल महापूजा होगी, सत्कार समारोह नहीं. जिससे महापूजा पश्चात तुरंत पट दर्शनार्थियों हेतु खोल दिए जाएंगे.