शहर में प्रॉपर्टी टैक्स कम क्यों नहीं कर रहे !
दो उपमुख्यमंत्री के आश्वासन का क्या हुआ ?
* कांग्रेस का शिष्टमंडल मिला मनपा आयुक्त से, तीव्र नाराजी
* देवीदास पवार से मांगा स्पष्टीकरण
* बढाये गये टैक्स को कम करने की मांग
अमरावती/दि.20– शहर में मनपा द्बारा बढाए गये हाउस टैक्स को लेकर भारी संभ्रम तथा असंतोष की स्थिति रहने और अमरावती मंडल द्बारा सतत समाचार प्रकाशित करने के बाद कांग्रेस के शिष्टमंडल ने आज दोपहर निगमायुक्त देवीदास पवार से मिलकर बढाए गये टैक्स को कम करने की जोरदार मांग की. उन्होंने प्रदेश के दोनों उपमुख्यमंत्री के नाम से टैक्स में रियायत देने के दावों को खोखला बताकर आरोप किया कि बढाए गये हाउस टैक्स से अमरावतीवासियों की कमर तोडी जा रही है.े शिष्टमंडल में शहराध्यक्ष बबलू शेखावत, पूर्व महापौर विलास इंगोले, मिलिंद चिमोटे, अशोक डोंगरे, पूर्व नगरसेवक बालासाहब भुयार, मुन्ना राठोड, शोभा शिंदे, राजेंद्र महल्ले, विजय वानखडे, धीरज हिवसे, प्रमोद पांडे, स्वाति जावरे, प्रदेश कार्याध्यक्ष भैया पवार, गजानन राजगुरे आदि अनेक का समावेश था.
* आयुक्त से मांगा स्पष्टीकरण
कांग्रेस ने आयुक्त को दो पेज का निवेदन दिया जिसमें कहा गया कि शहर के लोगों पर अमानवीय तरीके से भारी भरकम हाउस टैक्स लादा गया है. जिससे लोगों में प्रचंड रोष हैं. उन्होंने आयुक्त से इस बात का खुलासा मांगा कि प्रदेश के दोनों उप मुख्यमंत्री के नाम लेकर समाचार पत्रों में दावा किया गया कि 5-6 गुना किया गया हाउस टैक्स घटाकर डेढ गुना कर दिया गया है. यह सही है या गलत, इसका स्पष्टीकरण देवीदास पवार से कांग्रेस ने मांगा. जनता के पक्ष में कांग्रेस का संघर्ष जारी रहने की बात भी शहराध्यक्ष बबलू शेखावत ने कही.
कांग्रेस ने कहा कि गत अगस्त 2022 से वह हाउस टैक्स बढाए जाने का सतत विरोध कर रही है. जनता भी भारी टैक्स दरवृध्दि से परेशान हो गई है. उसमें रोष बढा है. इसलिए टैक्स से राहत देने की उसकी मांग के बाद ही भाजपा नेताओं ने डीसीएम फडणवीस से बढाए गये टैक्स पर रोक लगाने का दावा किया था. जबकि आज भी अमरावती के लोग भारी टैक्स बोझतले दबे हैं.